नई दिल्ली – पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जहां देशभर में योग को एक त्यौहार के तौर पर मनाया जा रहा है और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आम से लेकर खास तक सब योग करने में लगे हैं वहीं प्रधानमंत्री के सबसे खास ने उनकी अपील को अनसुना कर दिया।
मामला जुड़ा है मोदी के नायब कहे जाने वाले अमित शाह से। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पहले योग दिवस के दिन पटना में थे और जिस समय पीएम मोदी खुद योग करके लोगों को योग का संदेश दे रहे थे उस समय अमित शाह पटना में योग से संबधित एक रैली को संबोधित करने में लगे हुए थे।
पटना के मोईनुल हक स्टेडियम में उन्होंने योग दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ भी किया और उसके फायदों से भी लोगों को परिचित कराया। इस दौरान वो दुनियाभर में योग को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों की तारीफ करना भी नहीं भूले लेकिन खुद योग नहीं किया।
असल में बिहार चुनावों को देखते हुए भाजपा अध्यक्ष का बिहार दौरा पहले से तय था। ऐसे में इस बात की भी संभावना थी कि जब मोदी देश की राजधानी में बैठकर लोगों से योग अपनाने की अपील करेंगे तो भाजपा अध्यक्ष भी पटना में अपने प्रधानमंत्री का अनुसरण कर सकते हैं।
इस तरह की खबरें मीडिया में आने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अमित शाह पर तंज कस दिया था। शाह के योग करने पर नीतीश ने कहा था कि भाजपा अध्यक्ष को अपना मोटापा संभालना चाहिए, इतने मोटापे से कैसे वो योग कर पाएंगे।
ऐसे में संभावना थी कि अमित शाह खुद योग करके नीतीश कुमार को जवाब देंगे, यह भी चर्चा थी कि इस काम में दो मुस्लिम लड़कियां भी उनकी मदद करेंगी। लेकिन रविवार को यह सब हवा हो गया और अमित शाह योग छोड़कर पटना में रैली को संबोधित करके चलते बने।
हालांकि पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में आयोजित यह रैली योग से संबंधित ही थी, जिसमें लगभग 20 हजार लोगों ने शिरकत भी की लेकिन भाजपा अध्यक्ष ने इस दौरान खुद योग नहीं किया।