अमेठी : बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह अमेठी पहुंचे और एक घंटे का समय मंच पर बिताने के बाद अब अमेठी में बीजेपी का विकास बताया । मंच से यूपी के सीएम योगी आदित्यनात ने पहले अमेठी में पैर जमाने की कोशिश की। इससे पहले राहुल को टारगेट कर कल से ही यहां राजनीति गर्म है।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव मौर्य, यूपी अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडे अमेठी में रैली का हिस्सा हैं। जिस तरह से योगी ने अमेठी में भाषण दिया लगता है BJP अपने एजेंडे पर ही राहुल को शिकार बनाना चाहती। अभी भी बेरोजगारी और बिजली-पानी पर ही योगी लगातार जनता को सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अमेठी का बंटाधार राहुल गांधी की वजह से हुआ है। रैली में बोलते हुए सांसद स्मृति ईरानी ने अपने भाषण में राहुल पर कई वार किए। स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी ने अमेठी के लोगों से वोट तो लिया लेकिन क्षेत्र का विकास नहीं किया।
स्मृति ईरानी ने कहा कि साढ़े तीन साल पहले मैं अमेठी आई तो यहां पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मन से स्वागत किया। मेरे जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य यह है कि मैं पार्टी में एक कार्यकर्ता बनकर आई और आज अमेठी की दीदी बन गई हूं। ईरानी ने राहुल पर वार करते हुए पिपरी गांव का उदाहरण देते हुए कहा कि इस संसदीय क्षेत्र के लोग उनसे मिल नहीं सकते हैं। ईरानी ने कहा कि अमेठी का नाम सुनकर उन लोगों को सांप सूंघ जाता है जो देशभर में घूमकर विकास नहीं होने की बात कहते हैं।
स्मृति ने कहा कि अमेठी में जो साठ साल में नहीं हो पाया वह योगी सरकार ने 7 महीने में कर दिखाया है। स्मृति ने कहा कि कांग्रेस ने अमेठी को सिर्फ वोट की नजर से देखा है। स्मृति ने कहा कि नेहरू, इंदिरा और राजीव गांधी ने ऊंचाहार से रेल लाइन का वादा तो किया लेकिन उस योजना के लिए सर्वे और 190 करोड़ का आवंटन पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में पूरा हुआ है। स्मृति ने आगे कहा कि अस्पताल में टीबी का यूनिट भी तब लग रहा है जब बीजेपी की सरकार है। सम्राट साइकिल योजना का उदाहरण देते हुए ईरानी ने कहा कि सम्राट साइकिल योजना की जमीन का कब्जा राहुल के राजीव गांधी फाउंडेशन ने कर रखा है। यूपी सरकार के आदेश के बावजूद राहुल गांधी ने जमीन नहीं लौटाई है।
2014 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी अमेठी से चुनाव लड़ी थी लेकिन हार गई थी। इसके बावजूद भी वह लगातार अमेठी से जुड़ी रही हैं।