मुज़फ्फरनगर: चरथावल के कुटेसरा गांव की मरकज वाले धार्मिक स्थल से कथित बांग्लादेशी आतंकी अब्दुल्लाह अल मॉमून पुत्र रहीसुद्दीन अहमद को गिरफ्तार किया गया है। एटीएस के अधिकारी कमांडों टीम के साथ रविवार तड़के करीब चार बजे मस्जिद पहुंचे। बताया जाता है कि अब्दुल्लाह पिछले डेढ़ माह से मस्जिद में नमाज पढ़ा रहा था। इससे पहले देवबंद के पास अंबेहटा शेखा की मस्जिद में था।
सूत्रों के अनुसार 2011 से पश्चिम के कई जिलों में रहकर रेकी कर रहा था। एटीएस की टीम ने उसके पास से फर्जी पासपोर्ट और अन्य कागजात बरामद किये है। एटीएस की टीमें गोपनीय स्थान पर पूछताछ कर रही है।
देवबन्द में एटीएस व एसटीएफ टीम ने चार संदिग्धों उठाया
वहीं शामली जनपद के कस्बा जलालाबाद स्थित मदरसे से दो छात्रों को भी एसटीएफ टीम ने हिरासत लिया है। टीम पूछताछ के लिये उन्हें अपने साथ ले गई। दोनों छात्र जम्मू कश्मीर के बताए जा रहे हैं। संदिग्ध गतिविधियों की आशंका है। सहारनपुर के देवबन्द में एटीएस व एसटीएफ टीम ने चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। जिसमें तीन युवक कोतवाली देवबन्द क्षेत्र व एक थाना चरथावल के गांव कुटेसरा से पकड़े गए हैं। पकड़े गए युवकों में दो कश्मीर, एक पश्चिम बंगाल और एक बिहार का युवक हैं।
आतंकी अब्दुल्लाह की गिरफ्तारी के बारे में जब मुजफ्फरनगर पुलिस से बात की गई तो वो कुछ भी कहने से बच रहे हैं। पुलिस का सिर्फ इतना कहना है कि एटीएस के अधिकारियों ने आतंकी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ चल रही है।
मुजफ्फरनगर के रहने वाले संदिग्ध आतंकी संदीप की गिरफ्तारी के बाद से ही एटीएस सहारनपुर में डेरा डाले हुए थी। आपको बता दें कि मुजफ्फरनगर के चरथावल से पकड़ा गया अब्दुल्लाह बांग्लादेश का रहने वाला है। यह वर्ष 2011 से देबवंद में रह रहा था। इसके पास से एटीएस ने फर्जी आईडी, अधिकारियों की मोहरे और पासपोर्ट बरामद किया है। देवबंद में इसका एक साथी फैजान भी रह रहा था, जो बांग्लादेशी है। फैजान के जरिए आतंकियों की फर्जी आईडी तैयार कराता था। इसके आधार पर ही वह आतंकियों को शरण दिलवाता था। अन्सारुल्ला बांग्ला टीम कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन द्वारा गठित किए गए आतंकवादी संगठन ‘अलकायदा’ से प्रेरित तन्जीम बतायी जाती है।