खंडवा : खंडवा लोकसभा उपचुनाव में टिकट वितरण को लेकर भाजपा हो या कांग्रेस नेताओं की नाराजगी पूरी तरह से थम नहीं पाई है। हालांकि दोनों पार्टियों का नेतृत्व अपने नेताओं मानाने में लगा है। लेकिन कहीं न कहीं यह नारजगी जग जाहिर होही जाती हैं । खंडवा लोकसभा चुनाव क्षेत्र मे आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव का दर्द एक बार फ़िर सामने आया । उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि फसल वे उगाते हैं और काटने के लिए किसी को दे दिया जाता है। उनके इस बयान को हालिया उपचुनाव के दौरान उन्हें दरकिनार किए जाने से जोड़कर देखा जा रहा है।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा – ‘हर बार पार्टी जो निर्देश देती है, वो मैं करता हूं। हर बार फसल मैं उगाता हूं, किसी को दे देता हूं। 2018 में भी ऐसा ही हुआ, कहा- तुम्हारी फसल दे दो, मैंने कहा हां साहब ले लो। फिर उगा लेंगे। यह बात उन्होंने बुरहानपुर जिलेके हुसैनी हॉल में कही। वे खंडवा लोकसभा सीट पर उपचुनाव के मद्देनजर आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
खंडवा लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस की ओर से दावेदारी करने वाले अरुण यादव को टिकट फाइनल होने के दो दिन पहले हाइकमान ने संकेत दे दिए थे। इसके बाद ही यादव ने मीडिया के सामने अपनी दावेदारी को वापस ले लिया था। उन्होंने अपने दर्द को छिपाते हुए कहा था कि वे हाईकमान जिसे भी प्रत्याशी बनाएगी उसके लिए काम करेंगे। इसके कुछ घंटे बाद ही हाईकमान ने राजनारायण पुरनी को टिकट दे दिया था।