ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो से जी-20 समिट पर सवाल पूछना एक पत्रकार को महंगा पड़ गया और उसकी जमकर पिटाई कर दी गई। पत्रकार ने सुरक्षाकर्मी पर हिंसा का आरोप लगाया है। रिपोर्ट के अनुसार पत्रकार ने जैसे ही राष्ट्रपति बोल्सोनारो से जी-20 समिट में भाग नहीं लेने का कारण जानने की कोशिश की वैसे ही वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी भड़क गए और पत्रकार पर लात-घूसों की बौछार कर दी।
फर्जी खबर चलाता है पत्रकार: बोल्सोनारो
वहीं इस हमले पर जवाब देते हुए राष्ट्रपति बोल्सोनारो ने कहा कि यह पत्रकार मेरे साथ लंबे समय से गलत व्यवहार करता आया है और फर्जी खबर भी चलाता है। उन्होंने कहा कि इस तरह से आप किसी व्यक्ति की छवि को खराब नहीं कर सकते। राष्ट्रपति ने कहा कि G20 की घटनाओं के वीडियो को भी तोड़मरोड़ कर पेश किया गया जिसमें कोई सच्चाई नहीं थी। रोम में बीच सड़कों पर कोरोना महामारी से निपटने के लिए उनकी कड़ी आलोचना की गई। आलोचकों ने उन्हें नरसंहारक तक कह डाला। यह कैसी पत्रकारिता है।
समाचार पत्र ओ ग्लोबो ने राष्ट्रपति के सुरक्षाकर्मी पर लगाए आरोप
समाचार पत्र ओ ग्लोबो ने बताया कि राष्ट्रपति से सवाल पूछने के बाद टीवी ग्लोबो के प्रसारण पत्रकार लियोनार्डो मोंटेरो के पेट में घूंसा मारा गया और सुरक्षाकर्मियों द्वारा धक्का दिया गया। पत्रकार ने बस यह सवाल किया था कि रविवार को किसी भी जी -20 कार्यक्रम में शामिल क्यों नहीं हुए? इसी बात पर सुरक्षाकर्मी भड़क गए और पत्रकार की जमकर पिटाई कर दी। यूओएल पत्रकार जमील चाडे द्वारा जारी वीडियो मे देखा जा सकता है कि कैसे सुरक्षा कर्मचारी पत्रकार को धक्का देते हैं और बोल्सोनारो पत्रकारों पर गाली-गलौज करते हैं।
कोरोना महामारी को लेकर बोल्सोनारो हैं विवादों में
गौरतलब है कि ब्राजील में कोरोना से छह लाख से अधिक लोग मारे गए हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा टैली है। हालांकि इन मौतों के बावजूद बोल्सोनारो ने वायरस की गंभीरता पर सवाल उठाया है। इतना ही नहीं उन्होंने लॉकडाउन से परहेज किया है। खुद वैक्सीन भी नहीं लगवाया। इसके बाद एक सीनेट पैनल ने सिफारिश की है कि उसे महामारी से निपटने से संबंधित नौ अपराधों के लिए दोषी ठहराया जाए, जिसमें मानवता के खिलाफ अपराध भी शामिल हैं।