नई दिल्ली- बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मिली करारी हार के बाद पार्टी नेताओं के शुरू हुए बयान थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी जैसे वरिष्ठ नेताओं के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को लेकर दिए बयान से पार्टी सदमे में है।
अब ये नेता शाह-मोदी समर्थकों के निशाने पर आ गए हैं। पार्टी के तीन पूर्व अध्यक्ष-नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह और वैंकेया नायडु द्वारा इनके खिलाफ बयान दिए जाने के बाद अब एक सांसद ने भी इनके विरोध में बयान दे डाला है।
उत्तर प्रदेश के बलिया से सांसद भरत सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर पूर्व गृहमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने पीएम नरेंद्र मोदी और अध्यक्ष अमित शाम के खिलाफ दिया बयान वापस नहीं लिया तो उनके घर के सामने से मार्च निकाली जाएगी।
हालांकि, इसके बाद भी पीएम मोदी और शाह के खिलाफ बयानबाजी जारी है। झारखंड से चुनकर आए पार्टी के एक सांसद ने अप्रत्यक्ष रूप से बिहार में मिली हार के लिए मोदी और शाह को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि चुनावी रैली में भीड़ जुटाने का मतलब यह नहीं होता की आप चुनाव जीत जाएंगे।
इस सांसद ने स्थानीय नेताओं को तरजीह देने वाले बयानों का समर्थन करते हुए कहा कि भविष्य में जिस राज्य में भी चुनाव हो, बेहतर होगा की वहां के स्थानीय नेताओं को तरजीह दी जाए। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार से भी पार्टी के रणनीतिकारों ने कोई सबक नहीं लिया जिसका खामियाजा बिहार चुनाव में उठाना पड़ा।