हैदराबाद विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के विरोध-प्रदर्शन में शरीक कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) विद्यार्थियों पर अपने विचार न थोपें। दलित शोधछात्र रोहित वेमुला के लिए न्याय की मांग को लेकर धरने पर बैठे राहुल ने विश्वविद्यालयों में दलित विद्यार्थियों के साथ भेदभाव के खिलाफ कानून बनाने की मांग भी की।
रोहित के परिजनों, विद्यार्थियों के साथ 12 घंटे से भी अधिक समय से धरने पर बैठे रहे राहुल ने कहा, शिक्षण संस्थानों में बड़े पैमाने पर और अनेकों तरह के भेदभाव किए जा रहे हैं। आपको (नरेंद्र मोदी) इस पर कानून की संभावना भले नजर न आ रही हो, लेकिन विद्यार्थियों को है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मेरी ओर से एक सुझाव है। विश्वविद्यालयों में भेदभाव के खिलाफ एक कानून बनाने पर विचार करें।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि वे विद्यार्थियों पर अपने विचार थोप रहे हैं।उन्होंने कहा, “मोदी और आरएसएस के खिलाफ मेरा प्रमुख विरोध यही है कि वे एक ही विचार सभी पर थोप कर भारतीय युवकों की आत्मा का दमन करना चाहते हैं। विद्यार्थियों पर अपने विचार न थोपें।”राहुल ने कहा, “कृपया अपने विचार पेश करें और यदि विद्यार्थियों को वे विचार पसंद आते हैं तो इससे मुझे कोई आपत्ति नहीं है।