कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीयता और भारतीयता पर भाजपा और आरएसएस का कोई एकाधिकार नहीं है और देश की भूमि पर किसी तरह के अतिक्रमण पर सरकार से सवाल करना बतौर भारतीय नागरिक हमारा कर्तव्य है।
नई दिल्ली: कांग्रेस ने राहुल गांधी पर कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद द्वारा निशाना साधे जाने पर पलटवार करते हुए कहा है कि विपक्ष पर अनुचित और गैर जिम्मेदाराना हमला करने के बजाय सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहले यह बताना चाहिए कि चीनी सैनिकों ने भारत के कितने क्षेत्र पर कब्जा किया है और इस अतिक्रमण के लिए कौन जिम्मेदार है, वो कांग्रेस पर टिप्पणी बाद में कर लें लेकिन पहले सीमा विवाद के बारे में स्पष्टीकरण दें।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीयता और भारतीयता पर भाजपा और आरएसएस का कोई एकाधिकार नहीं है और देश की भूमि पर किसी तरह के अतिक्रमण पर सरकार से सवाल करना बतौर भारतीय नागरिक हमारा कर्तव्य है।
आपको बता दें कि राहुल गांधी के सवाल पूछने पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी के सवाल पर पलटवार करते हुए कहा था कि राहुल गांधी को पता होना चाहिए कि चीन जैसे अंतरराष्ट्रीय मामलों पर ट्विटर पर सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, कोरोना संकट के दौरान भी बीजेपी और कांग्रेस की राजनीति कौन कर रहा है, राहुल गांधी कर रहे हैं, उन्होंने हमेशा लॉकडाउन को लेकर भी सवाल उठाए हैं,अब राहुल गांधी अंतरराष्ट्रीय मामलों पर ट्वीट कर के सवाल पूछ रहे हैं, वे वही व्यक्ति हैं जिन्होंने बालाकोट हवाई हमले और 2016 के उरी हमले के बाद सबूत मांगे थे, उन्हें कोई बताए कि चीन जैसे अंतरराष्ट्रीय मामलों पर ट्विटर पर सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए।
बुधवार को राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि लद्दाख में चीनी हमारे क्षेत्र में दाखिल हो गए हैं, इस बीच प्रधानमंत्री पूरी तरह खामोश हैं और कहीं नजर नहीं आ रहे, इससे पहले राहुल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से पूछा था कि क्या क्या लद्दाख में चीनी सैनिकों ने भारतीय जमीन पर कब्जा कर लिया है?
दरअसल एक महीने से इंडिया और चाइना के बीच लद्दाख में दोनों सेनाओं को लेकर तनातनी चल रही है, पैंगोंग लेक के फिंगर 4 और फिंगर 8 को लेकर है विवाद गहराया हुआ है, अप्रैल से पहले सेना फिंगर 8 तक पेट्रोलिंग करने जाती थी लेकिन अब चीनी सेना भारतीय सेना को फिंगर 4 से आगे बढ़ने नही दे रही है, चीनी सेना की आपत्ति है भारत बॉर्डर पर सड़क क्यों बना रहा है जबकि भारत का कहना है सड़क वाली जगह बॉर्डर से दूर और उसका इलाका है।