अमेठी :निकाय चुनावों के मतदान की तिथि निकट आती जा रही है धुंआधार प्रचार मतदाताओं के फैसले को प्रभावित न करे,इसके लिए चुनाव आचार संहिता की पालन की दिशा में सराहनीय काम हो रहा है ऐसे में तेज न्यूज़ नेटवर्क की ओर से मतदान के प्रति शुरू की गई जागरूकता के तहत मतदाताओं के विचार को साझा करने का प्रयास किया जा रहा है। बिना लालच के मतदान करने को लेकर वोटरों का यह कहना है कि एक-एक वोट देश के हर नागरिक की तकदीर लिखने वाला है इसलिए अब समय निकट आ चुका है कि वोटरों को अपनी जिम्मेदारी निभा कर अपने-अपने इलाकों की प्रगति के लिए अच्छे प्रत्याशियों का चयन करना होगा ।
ध्यानपूर्वक निभानी होगी वोटरों को जिम्मेदारी-
निकाय चुनाव का महासमर शुरू हो चुका है ऐसे में समय आ गया है कि वोटरों को इस बार ध्यानपूर्वक अपनी जिम्मेदारी निभाने की दिशा में फैसले पर विचार शुरू कर देना चाहिए ऐसा न हो कि कहीं विगत की तरह विभिन्न जनतक मसलों के लिए परेशान होना पड़े वोट का अधिकार वो प्रत्याशी रखता है जो सही मायने में इलाके के हितों को सर्वोपरि मानता हो न कि अपने स्वार्थो को। देखा गया है कि आज भी मुसाफिरखाना में एक नहीं कई मसले ऐसे हैं जो आमजनों के लिए परेशानी बने हुए हैं।
नन्द किशोर त्रिपाठी’नंदा बाबा’ सीनियर सिटीजन,मुसाफिरखाना अमेठी
सही मतदान से ही होंगे मसले हल-
मतदाताओं को जिम्मेदारी निभाने के लिए अपने इलाके की स्थिति को देख कर ही उम्मीदवार का चयन करना होगा उस प्रत्याशी को वोट दिया जाना चाहिए जिसने विगत में कुछ कर दिखाया हो बेरोजगारी, भ्रष्टाचार जैसे अनेकों ऐसे मसले हैं जिनका समाधान आम जनता के सही जनादेश से ही हो सकता है। लालच में आकर वोट न डालें, क्योकि कई प्रत्यासी तो पैसे का छिड़काव कर वोट पैदा करने की कोशिश करते है पहले ही कई मसले आम जनता के लिए जी का जंजाल बने हुए हैं तभी सुंदर मुसाफिरखाना तरक्की ओर बढ़ सकेगा।
इक़बाल हैदर – समाजसेवी,मुसाफिरखाना.
स्वार्थी प्रत्याशी वोट का हकदार नहीं-
दशकों से अमेठी में एक नहीं कई समस्याएं व जनता के मसले बरकरार हैं जिनका समाधान केवल इस लिए नहीं हो सका है कि उनके चुने हुए प्रतिनिधियों ने अपनी जिम्मेदारी वाखूबी निभाने की वजाए निजी स्वार्थो की पूर्ति ही की है इस बार मतदाता जरूर बिना लालच के उसी प्रत्याशी को सहयोग दें जो इलाके के मसलों को अपना दर्द समझ कर उनके समाधान करने का जज्बा व भावना रखता हो आज हमारे क्षेत्र में एक नहीं कई मसले हैं जिनका समाधान जनता का योग्य प्रत्याशी ही कर सकता है लालच में आकर कहीं वोटर गलती न कर दें। निष्पक्षता से मतदान करके अपनी जिम्मेदारी निभाएं।
सरिता मिश्रा -गृहणी,गंगागंज अमेठी.
आत्मा की आवाज सुन कर डालें वोट-
जनमानस को यह सोच लेना चाहिए कि उनका एक-एक वोट उनकी तकदीर लिखने वाला है अपनी अंतर आत्मा की अवाज सुन वोट उसे दें जो वोटरों की भावनाओं को अपना समझता हो कहीं ऐसा न हो कि वोट लेने के बाद अवसरवादी प्रत्याशी जनता को ही भूल जाए राजनीतिक पार्टियों को भी प्रत्याशियों के चयन में गहनता से विचार करके प्रत्याशी की पृष्ठ भूमि को जनता के फीडबैक से जरूर परखना चाहिए न कि दबाव में आकर प्रत्याशी घोषित होना चाहिए।(रमेश मिश्र ‘फौजी’ अमेठी)
रिपोर्ट@राम मिश्रा