राहुल गांधी ने सोमवार को भिवानी में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बॉक्सर बताते हुए कहा की उन्होंने अपने कोच लाल कृष्ण आडवाणी जी और अपनी टीम के गडकरी व जेटली जी को ही ‘मुक्का’ मार दिया। इसके बाद बॉक्सर मोदी भीड़ में गए और छोटे व्यापारियों और किसानों को पंच मारा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बॉक्सर नरेंद्र मोदी को बेरोजगारी, किसानों की समस्या और भ्रष्टाचार से लड़ना था, लेकिन इसके बदले वह मुड़े और अपने कोच लाल कृष्ण आडवाणी जी और अपनी टीम के गडकरी व जेटली जी को ही ‘मुक्का’ मार दिया। इसके बाद बॉक्सर मोदी भीड़ में गए और छोटे व्यापारियों और किसानों को पंच मारा।
राहुल गांधी ने कहा कि पिछले चुनाव में हिंदुस्तान ने रिंग में एक बॉक्सर डाला, नाम नरेंद्र मोदी। 56 इंच की छाती वाला बॉक्सर रिंग में उतरा। दूसरी तरफ रिंग में जो बॉक्सर खड़े थे उनमें बेरोजगारी, किसानों की समस्या और छोटे किसान थे। भीड़ में हिंदुस्तान की जनता थी। नरेंद्र मोदी के कोच आडवाणी और नितिन गडकरी समेत उनकी पूरी टीम खड़ी थी। देश ने सोचा बॉक्सर बेरोजगारी से लड़ेगा, किसानों की समस्या से लड़ेगा। 15-15 लाख रुपये सबके खातों में डालेगा।
राहुल ने आगे कहा कि बड़ा धूमधाम हुआ, लाइटें चमकीं, बॉक्सर रिंग में आया, कोच की ओर देखा, आडवाणी जी की ओर देखा और एक घूंसा आडवाणी जी के मुंह पर मारा… भड़ाक, आडवाणी जी चौंके। फिर वो अपनी टीम के पीछे भागा… गडकरी जी, जेटली जी, एक-एक करके सबको मारा, धाड़…धाड़… इसके बाद बॉक्सर रिंग से उतरा, जनता देख रही है कि ये बॉक्सर रिंग से कहां भाग रहा है… इसे तो समस्याओं से लड़ना है। फिर, बॉक्सर भीड़ में घुसा और छोटे दुकानदारों को पकड़ा और मुंह पर दो मारे… धड़ धड़, एक नोटबंदी और दूसरा गब्बर सिंह टैक्स।
राहुल ने आगे कहा कि फिर बॉक्सर किसानों के पास पहुंचा। किसानों ने कहा, बॉक्सर साहब आइये रिंग में… हमारा कर्जा माफ करिये। आपने हमें वाजिब वाजिब दाम देने की बात की थी। फिर … धाड़… धाड़, दो झटके। जनता ने देखा कि इस बॉक्सर को समझ ही नहीं आ रहा है इसको रिंग में किन किन चीजों से लड़ना है।