मन्दसौर – मन्दसौर में लोकायुक्त की कारवाही आयेदिन होने के बावजूद यहाँ के कर्मचारी अधिकारी अपनी कारस्तानियों से बाज नहीं आते मोटी तनख्वाह पे नौकरी करने के बावजूद भी ये लोग ऊपरी कमाई पर अपना अधिकार समझते हे फिर परिणाम चाहे जो हो ।अभी हाल में एक पटवारी को रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकड़ा था अभी यह मामला ठंडा भी नहीं हुवा था की आज लोकायुक्त पुलिस ने जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी को उनके निवास स्थान से रंगे हाथो धर दबोचा ।
मन्दसौर में लोकायुक्त की कारवाही होना अब आम बात हो गयी हे कभी पटवारी तो कभी वन विभाग के कर्मचारी और अब जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी अंशुबाला मसीह । अंशुबाला का जबसे मन्दसौर में जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी के पद पर आसीन हुई हे तभी से विवादों में रही हे । कभी क्रयले भवन की बिल्डिंग को खाली करने को लेकर तो कभी समूह से बंदी को लेकर तो कभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ की सड़ियो की खरीदी को लेकर अभी कुछ दिन पहले ही गरोठ की समूह संचालक ने इन पर बिल पास करने को लेकर मिडिया के सामने 20हजार की रिश्वत का आरोप लगाया था और कलेक्टर से भी शिकायत की थी कलेक्टर के द्वारा फटकार लगाने के बावजूद इस अधिकारी का लोभ कम नहीं हुवा ।
अंसुबाला ने सीतामऊ की दुर्गा स्व सहायता समूह की संचालिका दुर्गाबाई से मध्यान्ह भोजन का 1लाख 50 हजार का बिल पास करने के ऐवज में 50 हजार की रिश्वत मांगी यह बात दुर्गाबाई को मंजूर नहीं थी दुर्गाबाई ने इसकी शिकायत लोकायुक्त को की लोकायुक्त ने दुर्गाबाई को केमिकल लगे नोट दिए व दुर्गाबाई को एक आरक्षक के साथ अंशुबाला के किटियानी कॉलोनी में डुप्लेक्स न.hdx94 घर रवाना किया जेसे ही दुर्गाबाई ने जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी को केमिकल वाले नॉट दिए लोकायुक्त टीआई बसंत श्रीवास्तव व टीआई कमल निगवाल व उनकी टीम ने अंसुबाला को धर दबोचा व् अंसुबाला से नोट लेकर उनके हाथ धुलवाए हाथ धुलवाने के बाद जेसे ही पानी का कलर लाल हुवा अंसुबाला का कलर फीका पड़ गया व नॉट की सीरीज मिलाने पर लोकायुक्त द्वारा दिए गए नोट ही अंसुबाला से बरामद हुवे टीम ने मोके पर अंसुबाला को गिरफ्तार कर पंचनामा बनाया व 25 हजार के मुचलके पर रिहा किया ।
टीम में टीआई बसंत श्रीवास्तव,टीआई कमल निगवाल,आरक्षक मो.इसरार,विशाल रेसमिया,महिला आरक्षक श्रष्टी,शारदा आदि शामिल थे ।
रिपोर्ट :-प्रमोद जैन