कोलकाता : पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों पर किए गए एयर स्ट्राइक को लेकर विपक्षी दलों द्वारा सबूत मांगे जाने के मामले में केंद्रीय मंत्री एसएस अहलुवालिया ने जवाब दिया है।
अहलुवालिया का कहना है कि इस हमले का उद्देश्य मानवीय क्षति पहुंचाना नहीं बल्कि एक संदेश देना था कि भारत दुश्मन के क्षेत्र में अंदर दूर तक घुसकर प्रहार कर सकता है।
सिलिगुड़ी में शनिवार को पत्रकारों से वार्ता में अहलुवालिया ने कहा, ‘न तो प्रधानमंत्री और न ही किसी सरकारी प्रवक्ता ने हवाई हमले के हताहतों पर कोई आंकड़ा दिया है। बल्कि यह तो भारतीय मीडिया और सोशल मीडिया ही था जहां मारे गए आतंकवादियों की अपुष्ट संख्या की चर्चा हो रही थी।’
उन्होंने संवाददाताओं से सवाल किया, ‘हमने भारतीय मीडिया और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में खबरें देखी हैं और यह भी देखा कि पीएम मोदी ने क्या कहा था। हवाई हमले के बाद मोदी की रैली हुई और उन्होंने हताहतों की संख्या के बारे में कुछ नहीं कहा। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या मोदी या किसी सरकारी प्रवक्ता या हमारे पार्टी अध्यक्ष ने कोई आंकड़ा दिया है?’
अपने दावे से पीछे हट रही सरकार – सीपीएम
दूसरी ओर, अहलुवालिया की टिप्पणी वाले विडियो को सीपीएम ने अपने ट्विटर हैंडल पर डालकर सवाल किया है, ‘क्या सरकार अपने इस दावे से पीछे हट रही है कि उसने पाकिस्तान में आतंकवादी शिविर को निशाना बनाया? ’
जब अहलुवालिया से इस बारे में पूछा गया उन्होंने दोहराया कि न तो सरकारी अधिकारियों ने और न ही किसी मंत्री ने हताहतों का कोई आंकड़ा दिया है।
‘मीडिया के बयान का समर्थन नहीं’
अहलुवालिया ने कहा, ‘मुझसे पूछा गया कि क्या आप सरकार के बयान के साथ हैं या भारतीय मीडिया की खबरों के साथ हैं जिसने कहा कि 300-350 आतंकवादी मारे गए। मैं सरकार के बयान के साथ हूं। मैं कैसे मीडिया के बयान का समर्थन कर सकता हूं। ’
ममता बनर्जी मांग चुकी हैं सबूत
दार्जिलिंग के सांसद एसएस अहलुवालिया की टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एयर स्ट्राइक को लेकर मोदी सरकार पर सवाल दागा है।
ममता ने भारतीय वायुसेना द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षिण शिविरों पर हमला करने का सबूत मांगा था। उन्होंने यह भी कहा था कि विपक्षी दल इस पूरे अभियान का ब्योरा जानना चाहते हैं।