नई दिल्ली: चंद्रायान-2 आज चंद्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश कर गया है। 22 जुलाई को हुई लॉन्चिंग के बाद 7 सितंबर को चंद्रयान-2 चांद की सतह पर उतरेगा। ISRO चीफ के सिवन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मिशन का सबसे जटिल और अहम दौर सफलतापूर्वक पूरा हुआ। अब चंद्रयान-2 चांद के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग करने की तैयारी में है। 7 सितंबर को चांद की सतह पर पहुंच जाएगा चंद्रयान-2।
उन्होंने कहा कि कल (सोमवार) करीब 3 बजे चांद भी चंद्रयान 2 के करीब पहुंचा जिसकी वजह से चांद का गुरुत्वाकृष्ण बल संपर्क में आया और चंद्रयान-2 की चांद के कक्षा में प्रवेश जल्दी (30 मिनट में) हो गया। चंद्रयान-2 अब चांद की परिक्रमा लगा रहा है। के सिवन ने कहा कि यह समझना जरूरी है कि चंद्रयान-2 एलिप्टिकल रास्ते से जा रहा है इसलिए लैंडिंग में समय लग रहा है। 2 सितंबर को लैंडर को ऑर्बिटर से अलग किया जाएगा। इसके बाद सारा ध्यान लैंडर पर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 7 सितंबर को दोपहर 1:55 बजे लैंडर चंद्रमा के साउथ पोल पर सतह पर लैंड करेगा।
इसरो चीफ सिवन ने बताया कि चंद्रमा की सतह पर 7 सितंबर 2019 को लैंडर से उतरने से पहले धरती से दो कमांड दिए जाएंगे, ताकि लैंडर की गति और दिशा सुधारी जा सके और वह धीरे से सतह पर उतरे। ऑर्बिटर और लैंडर में फिट कैमरे लैंडिंग जोन का रियल टाइम असेस्मेंट उपलब्ध कराएंगे। लैंडर में नीचे लगा कैमरा सतह को छूने से पहले इसका आकलन करेगा और अगर किसी तरह की बाधा हुई तो उसका पता लगाएगा।