सीएम ने कोरोना संक्रमित मरीजों की कांटेक्ट ट्रैसिंग के बाद आइसोलेशन पर ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। अगर घर छोटे हो तथा उनमें क्वारंटाइन की व्यवस्था न हो तो संस्थागत क्वारंटाइन किया जाए।
मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मृत्यु दर में आई कमी से सरकार ने थोड़ी राहत की सांस ली है। गुरुवार को आए कोरोना के आंकड़ों के मुताबिक मध्य प्रदेश में मृत्यु दर में 1 फ़ीसदी की कमी आई है।
प्रदेश में कोरोना मृत्यु दर अब 3.38 प्रतिशत हो गई है। कोरोना की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में किल कोरोना अभियान में डोर-टू-डोर सर्वे कर बड़ी संख्या में टेस्ट किए गए हैं तथा एक-एक मरीज की पहचान कर उनका इलाज किया जा रहा है। इसके चलते प्रदेश की कोरोना मृत्यु दर में गिरावट आई है। प्रदेश में कुछ जिलों में संक्रमण कम हुआ है वहीं कुछ जिलों में संक्रमण बढ़ा है। प्रदेश में कोरोना को समाप्त करने के लिए जिलों की परिस्थितियों को देखते हुए जिलावार रणनीति बनाई जाए। प्रभारी अधिकारी जिलों का दौरा करें तथा जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ बैठक कर कोरोना संक्रमण समाप्त करने के प्रयास करें।
किल कोरोना अभियान के तहत प्रदेश में 95 प्रतिशत जनसंख्या के स्वास्थ्य सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है। इसके तहत प्रदेश में 01 लाख 5 हजार 679 लोगों के सैम्पल लिए गए हैं, जिनमें 1831 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। पॉजिटिविटी का प्रतिशत 1.73 रहा है।
टीकमगढ़ जिले की समीक्षा के दौरान पाया गया कि वहां कोरोना प्रकरणों की पॉजिटिविटी रेट अधिक आ रही है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि संक्रमित क्षेत्रों में सख्ती की जाए, सामान्य लॉकडाउन की आवश्यकता नहीं है। रीवा की समीक्षा के दौरान सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए।
सीएम ने कोरोना संक्रमित मरीजों की कांटेक्ट ट्रैसिंग के बाद आइसोलेशन पर ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। अगर घर छोटे हो तथा उनमें क्वारंटाइन की व्यवस्था न हो तो संस्थागत क्वारंटाइन किया जाए।
एमपी में पिछले 15 दिन में कोरोना मृत्यु दर में 01 प्रतिशत की कमी आई है। प्रदेश की कोरोना मृत्यु दर अब 3.38 प्रतिशत हो गई है।
कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ी है, प्रदेश में प्रति 10 लाख व्यक्ति 6726 टेस्ट हो रहे हैं। प्रदेश की पॉजिटिविटी दर 3.68 प्रतिशत तथा रिकवरी दर 69.3 है, जबकि कोरोना ग्रोथ रेट 2.94 प्रतिशत है।