बृजभूषण शरण सिंह ने अखिलेश यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी में जब सपा की सरकार थी तब केंद्र सरकार ने दो रुपये यूनिट बिजली देने को कहा था। लेकिन अखिलेश ने केंद्र सरकार से बिजली न लेकर निजी कंपनियों से सात रुपये यूनिट बिजली ली। इसीलिए उस समय चार घंटे बिजली आती थी।
उत्तर प्रदेश के बहराइच में मंच पर मुख्यमंत्री योगी के पहुंचने से पहले कैसरगंज सांसद एवं अखिल भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने खूब दहाड़ लगाई। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने विवादित बयानबाजी तक कर डाली।
उन्होंने अखिलेश यादव को घेरते हुए यहां तक कह डाला कि एक बार जनता ने भाजपा को फिर से जनादेश दे दिया तो अखिलेश यादव अल्लाह-अल्लाह चिल्लाने लगेंगे।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नहीं बन रहा, बल्कि आपके जनादेश से बन रहा है।
सांसद ने कर्नल पुरोहित और साध्वी प्रज्ञा का जिक्र करते हुए कहा कि इन्हें आतंकवादी करार देने में कांग्रेस ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
उन्होंने कहा कि मैं सभी मुसलमानों पर आरोप नहीं लगा रहा हूं। लेकिन यह सत्य है कि जितने आतंकवादी हैं वह मुसलमान ही हैं।
कहा कि आजादी के बाद जिन्ना तना और मूल ले गए, लेकिन जड़ देह में ही छोड़ गए। जिसका खामियाजा आज देश भुगत रहा है।
उन्होंने अखिलेश यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी में जब सपा की सरकार थी तब केंद्र सरकार ने दो रुपये यूनिट बिजली देने को कहा था।
लेकिन अखिलेश ने केंद्र सरकार से बिजली न लेकर निजी कंपनियों से सात रुपये यूनिट बिजली ली। इसीलिए उस समय चार घंटे बिजली आती थी। अब हमारी सरकार केंद्र से बिजली खरीदती है, इसीलिए 20 घंटे बिजली आ रही है। अगर हमारी बात में दम न हो तो अखिलेश से जाकर कह देना कि हमारे ऊपर मुकदमा दर्ज करा देंगे।