मध्य प्रदेश में इन दिनों सरकारी अधिकारी, नेता और मंत्रियों में चरण वंदना हावी है। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया की चरण वंदना का मामला अभी थमा नहीं था कि गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर देवास निगमायुक्त संजना जैन द्वारा प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के पैर छूने का मामला जोर पकड़ने लगा है।
देवास में गुरुद्वारे पर प्रकाश पर्व का आयोजन किया जा रहा था वहां कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। उसी दौरान निगमायुक्त संजना जैन भी वहां मौजूद थी।
मंत्री जी के आते ही उनके समर्थक सम्मान में नतमस्तक हो रहे थे, तभी वहां उपस्थित निगमायुक्त ने भी नतमस्तक हो मंत्री की चरण वंदना कर डाली। वैसे तो मान सम्मान में भारत में छोटे बड़ों की चरण वंदना करते हैं, लेकिन लोकतंत्र में मंत्री और जनसेवक का एक अलग प्रोटोकॉल होता है।
अधिकारी द्वारा मंत्री की चरण वंदना का यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
गौरतलब है कि पूर्व में विपक्ष के कई लोगों ने निगमायुक्त सहित कई अधिकारियों पर कांग्रेस का समर्थक होने का आरोप लगाया था।
यहां तक कि भाजपा सांसद ने तो कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को मंत्री का दलाल तक बोल दिया था। देवास की राजनीति में कुछ मुद्दे शांत हुए ही थे कि अब यह नया अध्याय शुरू हो चुका है।
देवास के कई राजनीतिज्ञों ने वीडियो के बाद सोशल मीडिया पर निगमायुक्त को ट्रोल करना शुरू कर दिया है। अब देखना होगा कि अधिकारी के इस प्रकार के वीडियो के बाद जनता और विपक्ष इस नए अध्याय को कहां समाप्त करती है।
हालांकि इस पूरे घटना क्रम से निगमायुक्त जवाब देने से बचती रहीं। जबकि मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि भाई दूज के बाद आज मिले, लिहाजा बहन ने भाई के पैर छुए हैं। मैं दिवाली पर मिल नहीं पाया था। जबकि अब मैं फिर बाहर रहूंगा। वो मेरी छोटी बहन है।