चित्रकूट हत्याकांड चित्रकूट में मासूम भाइयों का अपहरण कर हत्या करने वाले एक आरोपी रामकेश यादव ने सतना सेंट्रल जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
रामकेश यादव चित्रकूट के आयुर्वेदिक तेल कारोबारी ब्रजेश रावत के जुड़वा बेटो प्रियांश और श्रेयांश को अगवा कर हत्या के बाद लाशों को नदी में फेंकने का आरोपी था।
ज्ञात हो कि चित्रकूट में 12 फरवरी को रामघाट निवासी तेल उद्यमी बृजेश रावत के जुड़वा पुत्र प्रियांश व श्रेयांश को जानकी कुंड सद्गुरु स्कूल परिसर से अपहरण कर बीस लाख की फिरौती ली गई फिर दस दिन बाद दोनों की हत्या कर बबेरू बांदा में नदी किनारे फेंक दिया गया था।
बताते चलें कि चित्रकूट के जानकीकुंड परिसर से दिनदहाड़े जुड़वा मासूम भाइयों को अगवा करने की साजिश इंजीनियरिंग के छात्रों ने पैसों के लिए रची थी।
पुलिस की पूछताछ के दौरान शातिरों ने पूरे घटनाक्रम को कुबूल किया था। पहचान के भय से उन लोगों ने मासूमों को मौत के घाट उतार दिया।
यह छात्र इतने शातिर निकले कि परिजनों से फिरौती की रकम मांगने के लिए खुद के बजाए राह चलते लोगों के फोन का इस्तेमाल किया।
चित्रकूट में आईजी रींवा चंचल शेखर ने मीडिया के सामने पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया था। कहा कि जुड़वा भाइयों को अगवा करने के बाद से डीआईजी रींवा की अगुवाई में एक एसआईटी गठित की गई थी।
जिसमें सतना एसपी संतोष सिंह गौर समेत कई टीमें शामिल रहीं। प्रत्येक पहलू पर टीमों ने जांच की। आईजी ने शातिरों से की गई पूछताछ के बाद घटनाक्रम का सिलसिलेवार खुलासा किया।
इस वारदात का मास्टर माइंड विश्वविद्यालय में बीआईटी का छात्र पद्म शुक्ला जानकीकुंड रघुवीर मंदिर के सामने का रहने वाला निकला।