शिमला [ TNN ] हिमाचल प्रदेश के 29 प्रमुख मंदिरों के पास चार क्विंटल से अधिक सोना और 158 क्विंटल चांदी है। यह जानकारी प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शुक्रवार को विधानसभा में दी।
बताया गया कि इन मंदिरों को 2011 से लेकर 2013 तक दान के रूप में 283.18 करोड़ रुपये नकद मिले। मुख्यमंत्री के अनुसार, ऊना जिले का चिंतपूर्णी मंदिर अपने 72 किलोग्राम सोने और 59 क्विंटल चांदी की बदौलत सबसे धनी मंदिर है। इस मंदिर को वर्ष 2011 से 2013 के बीच दान के रूप में 84.04 करोड़ रुपये नकद प्राप्त हुए।ज्ञात रहे कि मुख्यमंत्री के पास भाषा, कला और संस्कृति विभाग भी है।
प्रदेश के अन्य धनी मंदिर ट्रस्टों में शामिल हैं- बिलासपुर का नैना देवी मंदिर, ज्वालामुखी, बृजेश्वरी देवी, कांगड़ा जिले का चामुंडा देवी मंदिर, शिमला जिले का भीमाकाली, सिरमौर जिले का महामाया बालासुंदरी और हमीरपुर जिले का बाबा बालक नाथ मंदिर।
दूसरा सबसे अमीर मंदिर पहाड़ी की चोटी पर स्थित नैना देवी मंदिर है, जिसके पास 48 किलोग्राम सोना और 56 क्विंटल चांदी है। इस मंदिर को तीन वर्षों में 50.61 करोड़ रुपये का दान मिला है।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी है कि इन 29 मंदिरों को हिमाचल प्रदेश हिंदू सार्वजनिक धार्मिक संस्थान और 1984 के धर्मार्थ दान अधिनियम की अनुसूची-1 में शामिल किया गया है।