खंडवा [ TNN ] मुख्यमंत्री के दौरे के पूर्व शहर में शासन प्रशासन के खिलफ जनता और निगम सफाई कर्मियों ने मोर्चा खोल दिया है । एक और खंडवा की पोर्श कालोनी वत्सला विहार में रहने वाली महिलाएं कालोनी में रोड और मुलभुत समस्याओं लेकर मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने की तैय्यारी कर रही है तो वही स्थानीय निगम प्रशासन सफाई कर्मी अपनी लंबित मांगो को लेकर मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने वाले है । वत्सला विहार कालोनी की महिलाएं तो हाऊसिंग बोर्ड के ऑफिस में काले झंडे और काली चुडिया लेकर पहुंच गई । अधिकारी के न मिलने पर आक्रोशित महिलाओं ने अधिकारी की टेबल को ही काली चुडिया और फूल भेंट कर दी ।
खंडवा में आज का दिन अधिकारियों और राजनेताओं के लिए बुरा साबित हुआ, नगर निगम के सफाई कर्मी और शहर की पोर्श कालोनी वत्सला विहार में नेताओं और अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई । वत्सला विहार कालोनी की गुस्साई महिलाएं तो सड़क पर नारेबाजी और ढोल पीटते हुए हाऊसिंग बोर्ड ऑफिस काली चूड़िया लेकर पंहुच गई । महिलाए हाथ में काले झंडे भी लिए हुए थी । वत्सला विहार कालोनी के रहवासी पिछले दो दिन से कालोनी में रोड निर्माण करवाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे है । दो दिनों तक धरना देने के बाद भी कोई नेता या अधिकारी उनसे मिलने नहीं पंहुचा तो आक्रोशित रहवासी खुद ही रोड पर ढोल पीटते हुए हाऊसिंग बोर्ड के ऑफिस पहुंच गए जहा महिलाओं ने काली चूड़िया दिखा कर अपना विरोध जताया । जब पता चला की अधिकारी अपनी केबिन में नहीं है तो गुस्साई महिलाओं ने अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी की । इस बीच ऑफिस के कर्मचारियों ने अधिकारी से फोन पर चर्चा कराने की भी कोशिश की लेकिन आक्रोशित महिलाओं ने एक न सुनी और अधिकारी की अनुपस्थिति में उनकी टेबल पर काली चूड़िया और फूल चढ़ा कर अपना विरोध जताया ।
कालोनी में रहने वाली महिलाएं सड़क पानी और ड्रेनेज की समस्या से इतनी ग्रस्त है की अब वे मुख्यमंत्री के खंडवा आने पर उन्हें काले झंडे दिखा कर अपना विरोध जताने वाली है ।
उधर नगर निगम में दैनिक वेतन भोगियों को परमानेंट करने की मांग को लेकर सफाई कर्मचारियों ने महापौर और आयुक्त के खिलाफ जमकर नारे बजी की । सफाई कर्मियों की मांग है की उनके 120 दैनिक वेतन भोगी सफाई कर्मियों को स्थाई किया जाए जो पिछले 15 सालो से दैनिक वेतन पर काम कर रहे है । सफाई कर्मियों का कहना है की 1999 से आज तक किसी भी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी को स्थाई नहीं किया गया सिर्फ अस्वाशन ही मिले है । सफाई कर्मियों ने आयुक्त पर भी बदसलूकी के आरोप लगाए कर्मचारियों का कहना था की आयुक्त दलित होकर भी दलितों का शोषण कर रहे है । वही महापौर पर भी आरोप लगाया की कई बार शिकायत करने के बाद भी महापौर ने कोई सुनवाई नहीं की । सफाई कर्मचारियों ने यहाँ तक कह दिया की उनकी मांगे नहीं मनी गई तो वह मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाएगे और फिर भी नहीं सुना गया तो उन की गाड़ी के सामने लेट जायंगे ।
कर्मचारियों की मांग को लेकर मामले को राजनीतक होते देर नहीं लगी निगम में मौजूद कोंग्रस पार्षद रिंकू सोनकर भी सफाई कामचरियो के पक्ष में उतर आए । कांग्रेस पार्षद रिंकू सोनकर ने सफाई कर्मचारियों की मांग को जायज बताते हुए महापौर और आयुक्त पर जमकर निशाना साधा वह तो चुनाव में इस का खामयाजा उठाने की बात भी बोल गए ।
रिपोर्ट – निशात मोह. सिद्दीकी /जावेद खान