नई दिल्ली – फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) के अध्यक्ष पद पर गजेंद्र चौहान को नियुक्त करने को लेकर शुरू हुआ विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। उनका नाम छह महीने पहले इस पद के संभावित उम्मीदवारों की सूची तक में नहीं था। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने दिसंबर में तैयार की गई सूची में इस पद के लिए पहले अमिताभ बच्चन, रजनीकांत, विधू विनोद चोपड़ा और श्याम बेनेगल जैसी हस्तियों का नाम सुझाया गया था।
ये ऐसे नाम थे जो संस्थान को ‘सेंटर ऑफ एक्सिलेंस’ बना सकते हैं। हालांकि, इस सूची को नजरअंदाज कर दिया गया और अन्य नामों पर चर्चा की गई। दूसरी सूची में अभिनेता अनुपम खेर के नाम पर भी बात हुई, जिनकी पत्नी किरण खेर भाजपा में सांसद हैं। इसके अलावा श्याम बेनेगल और अडूर गोपालकृष्णन के नाम पर भी चर्चा हुई। हालांकि, आखिर में सरकार ने टीवी ऐक्टर चौहान को चुना।
गजेंद्र चौहान वर्ष 2004 से भाजपा के सदस्य हैं और हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने पार्टी के लिए प्रचार भी किया था। इसके अलावा अध्यक्ष की सहायता के लिए मंत्रालय ने ऐड गुरु प्रह्लाद कक्कड़, इम्तियाज अली, रजत कपूर, विक्टर बनर्जी, सुमित्रा भावे और शशि कुमार जैसी हस्तियों को FTII सोसाइटी में रखने पर भी विचार किया था। हालांकि, सरकार ने इन नामों को भी नजरअंदाज कर दिया।
उनकी जगह पर संघ परिवार से करीबी रखने वाले नरेंद्र पाठकर, प्रांजल सैकिया और राहुल सोलापुरकर को नियुक्त किया गया। मगर साथ ही विद्या बालन, राजू हीरानी और संतोष सीवान जैसी फिल्मी हस्तियों को भी सदस्य बनाया गया। सीवान, बरुआ और पल्लवी जोशी ने विवाद को देखते हुए संस्थान से इस्तीफा दे दिया है।