नई दिल्ली- गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई बुधवार को भारत दौरे पर आ गए। दिल्ली में गूगल इंडिया के इवेंट में उन्होंने एलान किया है कि अगले साल दिसंबर तक गूगल भारत के सौ स्टेशनों पर वाईफाई की सर्विस देगा। बता दें कि पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे के दौरान गूगल ने 400 स्टेशनों पर वाईफाई देने की बात की थी। यह प्रोजेक्ट उसी का हिस्सा है।
पीएम से करेंगे मुलाकात पिचाई पीएम नरेंद्र मोदी समेत केंद्र सरकार के कुछ मंत्रियों से मुलाकात करेंगे। पिचाई गुरुवार को दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स के स्टूडेंट्स से भी मिलेंगे। पिचाई ने एलान किया कि गूगल हैदराबाद में अपना एक कैम्पस शुरू करेगा।
उन्होंने कहा कि भारत के लिए प्रोडक्ट बनाने के मकसद से हैदराबाद में हम इंजीनियरिंग प्रेजेंस बढ़ाएंगे। हम भारत में जल्द ही हायरिंग करेंगे। भारत के लीडिंग फिल्म स्टूडियो व्हिसलिंग वुड के साथ गूगल पार्टनरशिप करेगा, ताकि देश में कंटेंट क्रिएटर्स डेवलप किए जा सकें।
सुंदर पिचाई ने कहा कि 2016 तक अमेरिका के मुकाबले भारत में ज्यादा एंड्रॉइड यूजर्स होंगे। गूगल के सीईओ का एलान- भारत में रेलटेल के साथ पार्टनरिशप में दिसंबर 2016 तक हम 100 रेलवे स्टेशनों में वाईफाई शुरू कर देंगे। जनवरी से मुंबई सेंट्रल में वाईफाई शुरू हो जाएगी।
पिचाई ने कहा कि एंड्रॉइड की-बोर्ड भारत की 11 भाषाओं को सपोर्ट करेगा। भारत में हमारी सर्च टीम ने पेजेस को लाइटर और फास्टर बनाया है। पिचाई ने कहा कि हमें भारत में तीन तरह की अप्रोच चाहिए। पहला- लोगों को इंटरनेट एक्सेस दें। दूसरा- उन्हें इन्फॉर्मेशन मुहैया कराएं। तीसरा- उन्हें अपनी बात रखने की ताकत दें।
पिचाई ने एलान किया कि रूरल इंटरनेट प्रोग्राम देश के तीन लाख गांवों में शुरू होगा। इस प्रोग्राम से महिलाओं को भी जोड़ेंगे। प्रोग्राम में तीन साल लगेंगे। भारत में एक-तिहाई इंटरनेट यूजर महिलाएं हैं। रूरल एरिया में इन महिलाओं की संख्या काफी कम है। सुंदर पिचाई ने स्पीच शुरू की। गूगल के साउथ-ईस्ट एशिया और इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट राजन आनंदन की स्पीच शुरू हुई। आनंदन ने कहा- भारत में 2017 तक इंटरनेट यूजर्स की संख्या 50 करोड़ हो जाएगी। गूगल भारत में 100 करोड़ लोगों को इंटरनेट से जोड़ना चाहती है।
टेक कंपनियों के लिए भारत अहम क्यों? – गूगल की रेलवे के साथ मिलकर देशभर के 400 स्टेशनों पर वाईफाई फैसिलिटी शुरू करने की प्लानिंग है। गूगल से पहले फेसबुक फ्री बेसिक्स (पहले Internet.org ) लॉन्च कर चुकी है। यह यूजर्स को कुछ ऐप्स का फ्री एक्सेस देता है। – गूगल प्रोजेक्ट लून के जरिए मार्केट पर अपनी पकड़ बनाना चाहती है।
इस प्रोजेक्ट के तहत रूरल इंडिया में बैलून के जरिए वाईफाई इंटरनेट दिया जाना है। हालांकि, यह प्रोजेक्ट अभी भारत में शुरू होना बाकी है। – बड़े मार्केट को देखते हुए एक साल के अंदर फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग दो बार भारत आ चुके हैं।
पिचाई बीते अगस्त में गूगल के सीईओ बनने के बाद पहली बार भारत आए हैं। – गूगल के प्रोडक्ट डायरेक्टर से वेन्चर कैपिटलिस्ट बने केवल देसाई ने वॉल स्ट्रीट जर्नल को बताया कि अगर भारत में इंटरनेट सेक्टर में बिजनेस करना है तो यह सही वक्त है। – अगर गूगल इंडिया में अपनी पकड़ बना लेता है तो उसे बड़ा फायदा होगा। श्रीराम कॉलेज में क्या होगा प्रोग्राम? पिचाई ‘Ask Sundar’ प्रोग्राम के तहत गुरुवार को इस कॉलेज में स्टूडेंट्स को ऐड्रेस करेंगे।
कौन हैं सुंदर पिचाई? – सुंदर पिचाई चेन्नई में 1972 में जन्मे।
उनका मूल नाम पिचाई सुंदराजन है, लेकिन उन्हें सुंदर पिचाई के नाम से जाना जाता है।
पिचाई ने अपनी बैचलर डिग्री आईआईटी, खड़गपुर से ली है। उन्होंने अपने बैच में सिल्वर मेडल हासिल किया था।
यूएस में सुंदर ने एमएस की पढ़ाई स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से की और व्हार्टन यूनिवर्सिटी से एमबीए किया।
वे 11 साल से गूगल में हैं। उन्होंने 2004 में गूगल ज्वाइन किया था। उस समय वे प्रोडक्ट और इनोवेशन अफसर थे।
सुंदर सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (एंड्रॉयड, क्रोम और ऐप्स डिविजन) रह चुके हैं।
पिछले साल अक्टूबर में उन्हें गूगल का सीनियर वीपी (प्रोडक्ट चीफ) बनाया गया था।
एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम के डेवलपमेंट और 2008 में लॉन्च हुए गूगल क्रोम में उनकी बड़ी भूमिका रही है।