जम्मू : कश्मीर में पत्थरबाजों के समर्थन में एक बार फिर से नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला उतर आए हैं। उन्होंने गुरुवार को ना सिर्फ इन पत्थरबाजों का समर्थन किया बल्कि सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाए जिसके बाद यह मामला गर्मा गया है।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि सभी को एक नजर से देखना सही नहीं है। अगर कुछ सीआरपीएफ के जवानों पर पत्थर मार रहे हैं तो कुछ सरकार द्वारा प्रायोजित भी हैं। वह इसीलिए पत्थर मार रहे थे कि लोग मतदान करने के लिए न आएं। इसकी जांच होनी चाहिए।
जम्मू में बैसाखी पर एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉ. अब्दुल्ला ने कुछ पत्थरबाजों द्वारा सुरक्षाबलों पर किए गए हमले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों द्वारा संयम रखना सराहनीय है। अगर ऐसा न होता तो इससे हालात खराब होते।
यह पूछे जाने पर कि क्या इससे देशवासियों की भावनाएं आहत नहीं होती, इस पर डॉ. अब्दुल्ला भड़क गए। उन्होंने कहा कि क्या आपको नहीं लगता कि पत्थरबाजों की भी शिकायतें हैं। क्या देश ने उसका ख्याल रखा? दो साल से राज्य में हमारी सरकार नहीं है। अब कहां है सरकार।
श्रीनगर संसदीय सीट पर हुए मतदान पर डॉ. अब्दुल्ला ने कहा कि जब वह चुनाव हारे थे, तब कश्मीर में 29 प्रतिशत मतदान हुआ, लेकिन अब सिर्फ सात प्रतिशत ही हुआ। इसके लिए कौन जिम्मेदार है।