खंडवा में पिछले चार दिनों से CAA और NRC के खिलाफ महिलाएं धरने पर बैठी हैं। महिलाओं के इस धरने को नर्मदा बचाओ आंदोलन और आदिवासियों समाज के लोगों ने भी स्पोर्ट किया। नर्मदा बचाओ आन्दोलन से जुड़े आलोक अग्रवाल और चित्तरूपा पालित भी धरने में पहुंचे। चित्तरूपा पालित ने कहा कि CAA और NRC न सिर्फ मुस्लिम विरोधी हैं बल्कि यह आदिवासी और दलित विरोधी भी हैं।
खंडवा : CAA और NRC के खिलाफ खंडवा में 4 दिन से महिलाएं धरने पर बैठी हैं। चौथे दिन धरने पर बैठी महिलाओं को मिला नर्मदा बचाओ आंदोलन और आदिवासियों समाज के लोगों का साथ मिला। नर्मदा बचाओ आंदोलन को चित्तरूपा पालित PM मोदी पर जमकर बरसी। उन्होंने CAA और NRC को आदिवासियों के खिलाफ बताते हुए कहा कि एक बड़ा जनांदोलन खड़ा करेंगे।
खंडवा में पिछले चार दिनों से CAA और NRC के खिलाफ महिलाएं धरने पर बैठी हैं। महिलाओं के इस धरने को नर्मदा बचाओ आंदोलन और आदिवासियों समाज के लोगों ने भी स्पोर्ट किया। नर्मदा बचाओ आन्दोलन से जुड़े आलोक अग्रवाल और चित्तरूपा पालित भी धरने में पहुंचे। चित्तरूपा पालित ने कहा कि CAA और NRC न सिर्फ मुस्लिम विरोधी हैं बल्कि यह आदिवासी और दलित विरोधी भी हैं। पालित ने कहा कि आज नागरिकता का सवाल हैं। लोग देश भर में प्रदर्शन कर रहे हैं। और हम उनका साथ देने यहाँ आए हैं। पालित ने संसद में गृह राज्य मंत्री के NRC को लेकर दिए बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने साफ तौर पर नहीं कहा हैं की वे NRC नहीं लाएंगे पर हो सकता हैं वो पश्चिम बंगाल में ले आए। उन्होंने कहा की सरकार ये साफ करे की वे कभी भी और कही भी CAA ,NRC और NPR लागु नहीं करेंगी ।
वहीं नर्मदा बचाओ आन्दोलन के प्रमुख अलोक अग्रवाल ने CAA और NRC को विभाजनकारी कानून बताते हुए कहा कि इसे तत्काल वापस लिया जाना चाहिए । अग्रवाल ने भी केंद्र सरकार एक तरफ कहती हैं की NRC नहीं लाया जा रहा और वही गृह मंत्री अमित शाह क्रोनोलॉजी समझते हैं। उन्होंने कई बार कहा है की हम CAA भी लाएगे और NRC भी लाएंगे। अग्रवाल ने आरोप लगाया की होम मिनिस्टर पूरी तरह से धोखा दे रहे हैं। अगर उनकी मनसा NRC लाने की नहीं है तो CAA को वापस ले लें। महिलाओ के इस धरने में बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग भी पहुंचे।