अहमदाबाद : गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने गुजरात की जनता को एक video के माध्यम से संदेश दिया है की साइक्लोन में हर तरह की मुसीबत का सामना करने के लिए और जनता की मदद के लिए गुजरात सरकार तैयार है और जनता से अनुरोध है कि वो अपना धैर्य बनाये रखे ।
गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में चक्रवात का भय फैल गया है। यह वायु चक्रवात गुजरात में 13 जून की सुबह 5 बजे दीव-ऊना और कोडिनार से 170 कि.मी. की तेजी से टूट पड़ेगा। यह मांगरोल, पाेरबंदर और द्वारका आदि इलाकों को प्रभावित करते हुए 15 जून की सुबह 3 बजे यह द्वारका के समुद्र की ओर जाएगा। जहां वह 16 जून की शाम को समुद्र में समा जाएगा।
यह चक्रवात सौराष्ट्र और कच्छ में अपना गंभीर असर छोड़ेगा। अभी यह चक्रवात वेरावल से 340 कि.मी. दूर गुजरात के समुद्री किनारे की तरफ आगे बढ़ रहा है। दोपहर 12 बजे की स्थिति के अनुसार यह चक्रवात गुजरात में सबसे पहले 13 जून की सुबह 3 बजे वलसाड़ को प्रभावित करते हुए 5 बजे 170 कि.मी. प्रति घंटे की रफ्तार से दीव, ऊना, वणकबारा, कोडिनार, गिर-सोमनाथ, तालाला, पीपावाव में प्रवेश करेगा।
सुबह 8 बजे तक वेरावल, मांगरोल, और माडिया में टूट पड़ेगा। वेरावल को प्रभावित करने के बाद यह फिर रात 8 बजे मांगरोल को प्रभावित करेगा। इसके बाद 14 जून की सबह 3 बजे नवाबंदर, सुबह 5 बजे पोरबंदर में टूट पड़ेगा। 14 जून की शाम 6 बजे चक्रवात द्वारका पहुंचेगा। फिर 15 जून की सुबह 3 बजे धीरे-धीरे बाहर निकल जाएगा। आखिर में यह चक्रवात 16 जून की शाम को समुद्र में समा जाएगा।