विधानसभा सदस्यता छोड़ने से पहले बृजेश मेरजा ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था। विधानसभा अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी ने मेरजा का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। पिछले तीन दिन में इस्तीफा देने वाले वह कांग्रेस के तीसरे विधायक हैं, उनसे पहले कांग्रेस विधायक अक्षय पटेल और जीतू चौधरी ने गुरुवार को अपना त्यागपत्र सौंपा था, इससे पहले मार्च में भी कांग्रेस के पांच विधायक इस्तीफा दे चुके हैं।
नई दिल्लीः राज्यसभा चुनाव से पहले गुजरात में कांग्रेस की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही। मोरबी विधानसभा सीट से कांग्रेसी विधायक बृजेश मेरजा ने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया। विधानसभा सदस्यता छोड़ने से पहले बृजेश मेरजा ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था। विधानसभा अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी ने मेरजा का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। पिछले तीन दिन में इस्तीफा देने वाले वह कांग्रेस के तीसरे विधायक हैं, उनसे पहले कांग्रेस विधायक अक्षय पटेल और जीतू चौधरी ने गुरुवार को अपना त्यागपत्र सौंपा था, इससे पहले मार्च में भी कांग्रेस के पांच विधायक इस्तीफा दे चुके हैं।
राज्यसभा चुनाव के एलान के बाद से ही कांग्रेस की नाव डगमगाने लगी है। एक-एक करके विधायक पार्टी से टूटते गए। गढ्डा से प्रवीण मारू, लिंबडी से सोमा पटेल, अबडासा से प्रद्युम्न सिंह जडेजा, धारी से जेवी काकड़िया और डांग से मंगल गावित ने अपना इस्तीफा दिया था। कल यानी गुरुवार को वड़ोदरा की कर्जन सीट से एमएलए अक्षय पटेल और वलसाड की कपराडा सीट से विधायक जीतू ने अपने इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को सौंपा था।
182 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के पास 103 विधायक और विपक्षी कांग्रेस के पास अब 61 विधायक हैं। हाल ही में राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा ने तीन और कांग्रेस ने दो उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। भाजपा ने जहां अभय भारद्वाज, रामलीला बाड़ा और नरहरि अमीन को मैदान में उतारा है, वहीं कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता शक्तिसिंह गोहिल और भरतसिंह सोलंकी के नाम घोषित किए हैं। गोहिल का राज्यसभा के लिए निर्वाचित होना निश्चित है, लेकिन लगातार टूटते विधायकों के बीच भरत सिंह सोलंकी को कोई चमत्कार ही राज्य सभा की चौखट के पार पहुंचा सकता है। चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि 19 जून को देश भर में 24 राज्यसभा सीटों के लिए मतदान होगा।