मुंबई- शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार के दिन बीजेपी को एक के बाद एक दो झटके दे दिए। पहले तो महाराष्ट्र सरकार को नोटिस पीरियड पर चलने वाली सरकार बताकर और अब गुजरात में पाटीदारी आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को गुजरात में शिवसेना का चेहरा घोषित करके।
मंगलवार को गुजरात के पाटीदार आंदोलन से निकले पटेल नेता हार्दिक पटेल और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच उनके आवास मातोश्री पर मुलाकात हुई। इस मुलाकात की चर्चा पिछले काफी समय से थी। खास बात यह रही कि इस मुलाकात के बाद एक ओर जहां महाराष्ट्र सरकार पर उद्धव और तल्ख हुए वहीं जाते-जाते हार्दिक भी शिव सेना की तारीफ कर गए। आपको बता दें कि इन दिनों दोनों के ‘दुश्मन’ एक ही हैं-बीजेपी।
मुलाकात के बाद पटेल और ठाकरे की संयुक्त प्रेस कांफ्रेस भी आयोजित थी। प्रेस कांफ्रेस में उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार हमारे समर्थन के साथ चल रही थी, अब वह नोटिस पीरियड पर है। हमें इस बात का अंदाजा नहीं है कि वह नोटिस पीरियड कब खत्म हो जाए। शिवसेना के मंत्री हमेशा अपना इस्तीफा जेब में रख कर तैयार रहते हैं।
हार्दिक पटेल ने ठाकरे से मुलाकात के बाद कहा कि उनकी मुलाकात व्यक्तिगत थी न कि राजनैतिक। उन्होंने कहा, “मैं यहा दोस्तों से मिलने आया था। यह कहना गलत होगा कि मैं सेना की मदद कर रहा हूं, वे शेर हैं और शेर को किसी मदद की जरूरत नहीं होती। मैं सिर्फ 23 साल का हूं और अभी सीख रहा हूं। स्वर्गीय बाल ठाकरे मेरे लिए प्रेरणा थे। ”
वहीं ठाकरे ने हार्दिक पटेल के बारे में बोलते हुए कहा कि वे काफी समय से मिलना चाह रहे थे, आज अंतत: हम मिल सके। उद्धव ने कहा कि हार्दिक अच्छा काम कर रहे हैं हम उन्हें सपोर्ट करेंगे। शिव सेना जिसे दोस्त बनाता उसकी हमेशा मदद करता है।
मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे खुद हार्दिक पटेल को छोड़ने मातोश्री के बाहर आए। इस दौरान खास बात यह थी कि आदित्य नंगे पांव नजर आए।
बीएमसी चुनावों के मद्देनजर बीजेपी का घोषणा पत्र जारी करते वक्त महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फणनवीस ने कहा कि अगले पांच साल उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है। मोदी को प्रचार में बुलाने के सवाल पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि, “मोदी को कैंपेन करने के लिए मुंबई में बुलाना है या नहीं वो बात में देखा जाएगा, पहले मुझ से तो लड़ लें। [एजेंसी]