चेहरे पर तिल वैसे तो खूबसूरती की निशानी माने जाते हैं और इस पर बहुत शायरियाँ भी लिखी जाती हैं लेकिन यही तिल जब चेहरे पर बहुत ज़्यादा मात्रा में हों तो परेशानी का सबब बन जाते हैं. अधिकतर लोग तिलों तथा मस्सों को हटाने के लिए लेजर थेरेपी का ही इलाज मानते है, इसलिए इन्हे नजर अंदाज कर देते हैं. मस्से तथा तिल हमारी त्वचा पर सूजन की तरह उभरे हुए होते हैं और ये काले या गहरे भूरे रंग के होते है. जन्मजात होते हैं और दूसरे जो धीरे-धीरे खुद ही पनपने लगते हैं.
चेहरे पर मस्से तथा तिल होने के कारण
चेहरे पर अधिक तिल होने के कारण हमरी खूबसूरती में काफी गहरा प्रभाव पड़ता है. तिलों के बनने का प्रमुख कारण हमारी त्वचा की वह कोशिकाएं हैं जो सामान्य तौर पर फैलने के बजाय आपस में जुड़कर इकट्ठी हो जाती हैं तथा इन कोशिकाओं को मिलेनोसाइट के नाम से जाना जाता है. जब यह कोशिकाएं एक साथ एकत्रित होती हैं तो यह सूर्य के संपर्क में आती हैं तो काले तथा भूरे रंग में बदल जाती हैं यही निशान तिल का रूप ले लेती हैं. मस्से 8 से 12 प्रकार के होते हैं. अक्सर मस्से अपने-आप समाप्त हो जाते हैं, लेकिन कभी-कभी यह इलाज के बाद ही ठीक होते हैं. मस्से को काटने और फोड़ने के कारण मस्से का वायरस शरीर के अन्य भागों में भी फ़ैल जाता है जिसके कारण मस्से होने लगते हैं.
तिलों तथा मस्सों को हटाने के लिए सिरके का प्रयोग सबसे अधिक किया जाता है. इसके प्रयोग के लिए एक कटोरी में गरम पानी लीजिए .अब इसमें थोड़ा सेब का सिरका या सफेद सिरका डाल दीजिये. अब इस मिश्रण को कॉटन की मदद से मस्से तथा तिल पर लगाए और आधे घंटे के बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो दें.
अंगूर के बीज का प्रयोग – रोजाना अंगूर के बीज का एक्सट्रैक्ट मस्से तथा तिलों में लगाने से इन्हे कम किया जा सकता है. अंगूर के बीज का एक्सट्रैक्ट को मस्से तथा तिलों में करीब दो घंटे तक रखें. इसके बाद चेहरे को पानी से धो दें.
बेकिंग सोडा में अरंडी के तेल का उपयोग – अरंडी के तेल में बेकिंग सोडा की कुछ बुँदे डालकर इसका मिश्रण तैयार कर ले. अब इस मिश्रण को चेहरे पर हो रहे मस्से तथा तिलों पर लगाए. कुछ देर इस मिश्रण को चेहरे पर लगाने के बाद चेहरे को गरम पानी से धो दें. मस्से तथा तिलों को कम करने में मदद मिलेगी.
लहसुन का पेस्ट है असरकारक – कुछ लहसुन की कलियों को लेकर इसे बारीक़ पीस कर इसका पेस्ट बना लीजिए. अब इस पेस्ट को मस्से तथा तिलों के स्थान पर लगाए तथा उसे एक कपडे से ढक दें. इस कपडे को पूरी रात मास तथा तिलों में डालकर रखें. इस विधि के प्रयोग से इन्हे कम किया जा सकता है.
नमक और प्याज का प्रयोग – एक कटे हुए प्याज में नमक डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लीजिए. अब इस मिश्रण को मस्से वाले स्थान पर लगाकर कपडे से ढक दें. करीब तीन घंटे इस मिश्रण को चेहरे पर रखने के बाद चेहरे को पानी से धो दें. फर्क नजर आने लगेगा.
केले के छिलके का प्रयोग – केले के छिलके के प्रयोग से आसानी से तिल तथा मस्सों को हटाया जा सकता है. यह एक आसान तथा सरल उपयोग है. केले के छिलके के अंदर वाले भाग को मस्से तथा तिलो पर लगाए. कुछ समय इसका प्रयोग करें. इस विधि का असर दिखने में थोड़ा समय अवश्य लगता है परन्तु धीरे-धीरे मस्से कम होने लगेंगे.
शहद का प्रयोग – शहद अनेक समस्या में दवा का काम करता है. इससे मस्से तथा तिलो का उपचार भी सम्भव है. प्रतिदिन शहद को कुछ मात्रा में लेकर मस्से तथा तिलो पर लगाए. इससे इनकी संख्या कम होने लगेगी.
कच्चा आलू है असरकारक – कच्चा आलू चेहरे के दाग धब्बों को हटाने में काफी सहायक होता है. एक कच्चे आलू को कट कर इसकी स्लाइस को चेहरे के तिलो तथा मस्सों पर रगड़े. इसके अलावा आप आलू का पेस्ट बनाकर रात को चेहरे पर लगा दें और सुबह उठकर चेहरे को ठंडे पानी से धो दें. इससे चेहरे से तिलो तथा मस्सों की संख्या कम होने लगेगी.