बिहार के रहने वाले आईपीएस देवाशीष दवे की जयपुर में शनिवार को मौत हो गई। बता दें कि देवाशीष करीब 10 महीने पहले ड्यूटी के दौरान कुर्सी के टूटने से 6 फीट नीचे गिर गए थे। तभी से वे अस्पताल में भर्ती थे। उनकी 39 साल की उम्र में मौत हो गई।
देवाशीष साल 2013 बैच के आईपीएस थे। हैदराबाद में ट्रेनिंग के बाद उन्हें राजस्थान का कैडर मिला था। वे 2016 अगस्त में राजस्थान के अजमेर जिले में ब्यावर सिटी में तैनात थे। पुष्कर में स्थित ब्रह्मा जी मंदिर के महंत सोमपुरी की मौत के बाद उत्तराधिकारी को लेकर विवादों में उनका नाम रहा। महंत सोमपुरी की अंतिम यात्रा की सुरक्षा में देवाशीष ड्यूटी पर तैनात थे।
इसी दौरान 13 जनवरी को आईपीएस देवाशीष सुबह के समय ब्रह्मा मंदिर के बाहर चबूतरे पर अन्य अफसरों के साथ कुर्सी पर बैठे थे। तभी आईपीएस देवाशीष की कुर्सी टूट गई और वे करीब छह फीट नीचे सिर के बल जमीन पर गिर गए।
इसके बाद उन्हें पुष्कर के राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वहां राहत न मिलने पर उन्हें जयपुर के फोर्टिस अस्पताल में रैफर कर दिया गया, जहां पर डॉक्टर्स ने बताया था कि देवाशीष के सिर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आई। इससे देवाशीष के सरवाइकल डिस्क 6 व 7 के बीच खिसकने से स्पाइनल कोड पर दबाव पड़ गया और उनके शरीर के निचले हिस्से ने काम करना बंद कर दिया।
देवाशीष की मौत पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने शोक व्यक्त किया है।
आपको बता दें कि देवाशीष का नाम दबंग अफसरों में शुमार है। उनकी दबंगई के किस्से राजनीतिज्ञों के बीच भी शुमार है। देवाशीष का नाम उस वक्त सुर्खियों में आया जब उन्होंने कोटा में एक बीजेपी कार्यकर्ता को थप्पड़ जड़ दिया था। यह थप्पड़ उस वक्त मारा जब एक बीजेपी कार्यकर्ता एक पुलिसकर्मी से बदसलूकी कर रहा था। जब आईपीएस देवाशीष ने यह देखा तो उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं के बीच में उस बीजेपी कार्यकर्ता को थप्पड़ मार दिया और शांतिभंग के आरोप में अरेस्ट कर लिया। हालांकि इस घटना के बाद सभी बीजेपी कार्यकर्ता विरोध पर उतर आए थे। इस घटना के बाद काफी विवाद हुआ था।