संयुक्त राष्ट्र। इराक और सीरिया में लड़कियों और महिलाओं पर जुल्म की इंतहा इस कदर बढ़ गई है कि एक सिगरेट के पैकेट के लिए उन्हें बाजार में बेचा जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र की एक सदस्य को अप्रेल में इराक और सीरिया का दौरे के दौरान आईएस के चंगुल से छूटी लड़कियों ने दास्तां बयां की।
बताया कि एक कमरे में 100-100 लड़कियों को ठूंसा जाता है और फिर उनकी खुलेआम बिक्री की जाती है। वहीं, सीरिया में आईएसआईएस की हैवानियत का शिकार हुई सैकड़ों महिलाओं को सिर्फ इसलिए गर्भपात कराने में मदद नहीं मिल पा रही है, क्योंकि अमरीकी कानून इसकी इजाजत नहीं देता हैं। वे मजबूर हैं।
यौन हिंसा संबंधी मामलों से जुड़ी संयुक्त राष्ट्र की प्रतिनिधि जेनब बांगुरा जैनब ने कई किशोरियों की व्यथा के बारे में बताया, जिनमें से कई यजीदी अल्पसंख्यक समुदाय का हिस्सा हैं, जिन्हें जिहादियों ने निशाना बनाया है।
उन्होंने कहा कि कुछ को ले जाया गया, एक कमरे में बंद कर दिया गया। एक छोटे से मकान में 100 से अधिक लड़कियां रखी गईं। उन्हें पुरूषों के एक समूह के सामने खड़ा कर दिया गया, जिसने लड़कियों की कीमत लगाई। लड़कियों का अपहरण करना और उनका आकर्षण दिखाकर विदेशी युवकों को संगठन में शामिल करना आईएस की रणनीति का अहम हिस्सा बन गया है।
उम्र के हिसाब से लगती बोली
– 40 से 50 साल 2700 रुपये
– 30 से 40 साल चार हजार रुपये
– 20 से 30 साल 5300 रुपये
– 10 से 20 साल आठ हजार रुपये
– नौ साल से कम 10 हजार 600 रुपये
यह ऐसी लड़ाई है जो महिलाओं के जिस्मों पर लड़ी जा रही है। आईएस इन्हीं लड़कियों से शादी का लालच दिखाकर विदेशी युवाओं को आतंकी बना रहा है।
– जैनब बांगुरा, संयुक्त राष्ट्र की दूत
ISIS Sells Women And Girls Into Sexual Slavery For ‘As Little As A Pack Of Cigarettes