जम्मू : जलस्तर बढ़ने से जम्मू के तवी नदी में दो घंटे तक फंसे मछुआरों को वायुसेना के गरुड़ कमांडो ने हेलिकॉप्टर एमआई 17 के जरिए रेस्क्यू ऑपरेशन कर बचा लिया। इस लाइव ऑपरेशन को देखकर सभी की सांसें अटकी हुई थीं क्योंकि जरा सी भी चूक बड़े हादसे को न्योता देने के लिए तैयार थी। मछुआरों के सफल ऑपरेशन के बाद हर कोई वायुसेना के जवानों को सलाम कर रहा है जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर 4 जिंदगियां बचा लीं।
इस डेयरडेविल रेस्क्यू ऑपरेशन का जिम्मा वायुसेना के 4 जवानों के कंधे पर था। ग्रुप कैप्टन संदीप सिंह मिशन की अगुआई कर रहे थे। उन्होंने बताया, ‘मैं अपनी पूरी टीम को इस रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए धन्यवाद कहूंगा। हमें दोपहर 12 बजे के करीब जानकारी मिली कि तवी नदी में जलस्तर बढ़ने से कुछ लोग फंस गए थे। जब हम वहां पहुंचे तो हमने पाया कि फंसे हुए लोग सीढ़ी की सहायता से चढ़कर आने में सक्षम नहीं हैं। ऐसे में हमने गरुड़ कमांडो की मदद ली जिन्हें रैपलिंग रोप (रैपलिंग रस्सी) की सहायता से नीचे भेजा गया और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित हेलिकॉप्टर तक लाया गया। गरुड़ कमांडो बेस्ट ट्रेंड कमांडो होते हैं।
संदीप ने कहा, ‘यह पूरी तरह डेयरडेविल ऑपरेशन था। हमारा मिशन उन जिंदगियों को बचाना था। मेरी पूरी टीम इसे सफल बनाने में भागीदार है। विंग कमांडर खरे हेलिकॉप्टर उड़ा रहे थे जबकि गरुड़ कमांडो खारवाड़ ने लोगों को रेस्क्यू किया।’ उन्होंने कहा कि उन्हें संतुष्टि महसूस हो रही है कि यह ऑपरेशन सफल रहा। संदीप ने कहा, ‘यह हमारी ड्यूटी होती है कि हमें खुद को रिस्क में डालकर लोगों को बचाना होता है।’
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Jammu & Kashmir: Two persons have been rescued after they got stuck near a bridge in JAMMU after a sudden increase in the water level of Tawi river. Rescue operation still underway. pic.twitter.com/oV0hkltBrX
— ANI (@ANI) August 19, 2019
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मछुआरों को रस्सियों से बांधकर सुरक्षित बचाने वाले गरुड़ कमांडो खारवाड़ ने बताया, ‘मेरी प्राथमिकता उन्हें बचाना थी। पायलट को शुक्रिया, उनके समर्पण के बिना यह असंभव था। यह ऑपरेशन दिखने में मुश्किल था लेकिन उतना नहीं क्योंकि मेरी पूरी टीम पायलट समेत सबने मुझे सपॉर्ट किया। खारवाड़ ने बताया, ‘मुझे अपनी कोई चिंता नहीं थी। मैं पूरी तरह अपने कैप्टन और पायलट पर निर्भर था। हमारे लिए सबसे पहले फंसे हुए लोग हैं। उन्हीं की मदद के लिए हमें रखा गया है।’
सुरक्षित बचाकर लाए गए मछुआरे बिहार के सीवान से थे। उन्होंने एयरफोर्स के जवानों को धन्यवाद दिया। बता दें कि तवी नदी में अचानक जल स्तर बढ़ने से प्रलयकारी लहरों में 4 मछुआरे फंस गए थे। रिपोर्ट के अनुसार, वह मछुआरे एक निर्माणधीन पुल के नीचे फंसे थे। फंसे हुए मछुआरों के लिए भारतीय सेना के जवान देवदूत बनकर आए और हेलिकॉप्टर की मदद से रस्सी द्वारा खींचकर उन्हें बचा लिया।