राजधानी दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार रात हुई हिंसा में नया मोड़ आया है। हिंदू रक्षा दल नाम के एक संगठन ने दावा किया है कि जेएनयू में उसी के कार्यकर्ताओं ने हिंसा करवाई है। संगठन के अध्यक्ष पिंकी चौधरी का एक विडियो वायरल हुआ है जिसमें वह जेएनयू में हुई हिंसा की जिम्मेदारी ले रहे हैं। वायरल विडियो में जेएनयू में देश विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाते हुए हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने चेतावनी दी कि ऐसी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
रविवार रात को कुछ नकाबपोश लोगों ने स्टूडेंट्स और टीचर्स पर हमला कर दिया था। घायल स्टूडेंट्स को एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। ऐसे में हिंदू रक्षा दल नाम का हिंसा का दावा करते हुए विडियो सामने आया है। वायरल विडियो में हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने कहा, ‘जो गतिविधियां हुईं हमें बर्दाश्त नहीं हैं। ये लोग हमारे देश में रहते हैं, हमारे देश का खाते हैं। हमारे देश में ही शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। हमारे देश में ऐसी गतिविधियां हिंदू रक्षा दल बर्दाश्त नहीं करेगा।
हमलावरों की पहचान नहीं, पर घायल छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी समेत 19 पर केस
जेएनयू कैंपस में रविवार को हुई हिंसा के आरोप में छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत 19 लोगों पर केस दर्ज किया गया है। उधर, हिंसा के तीन दिन बीत जाने के बाद भी दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। रविवार को कुछ नकाबपोशों ने कैंपस में घुसकर छात्रों और शिक्षकों के साथ मारपीट की थी और हॉस्टल में तोड़फोड़ की थी।
यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार शाम इंडिया गेट पर मशाल रैली निकाली। तमिलनाडु में भी छात्रों ने कैंडल मार्च निकाला। कोलकाता में लेफ्ट और भाजपा समर्थक इसी मामले पर आमने-सामने आ गए। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। सुरक्षा के मद्देनजर जेएनयू में 700 पुलिसकर्मी तैनात किए गए, क्योंकि उत्तरी गेट पर छात्र एकत्रित होकर विरोध जता रहे थे।
अमित शाह से इस्तीफे की मांग की
मुंबई में एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि जेएनयू हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों की वजह से गेटवे ऑफ इंडिया के पास सड़क पर जाम लग गया था। पर्यटकों और आम लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही थी। हमने प्रदर्शनकारियों से आजाद मैदान जाने की अपील की थी, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। छात्रों, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों समेत सैकड़ों लोग रविवार आधी रात से ही गेटवे ऑफ इंडिया पर जमा होकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की भी मांग की।
आइशी ने सोमवार को कहा कि यह एक सुनियोजित हमला है। आरएसएस से जुड़े कुछ प्रोफेसर हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं। छात्रसंघ के उपाध्यक्ष साकेत मून ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमने हमले के दो घंटे पहले उन्हें सूचित किया गया था, लेकिन फिर भी कोई मदद नहीं मिली। उधर, एबीवीपी ने सोमवार को आरोप लगाया कि हमले में लेफ्ट के लोग भी शामिल हैं। जेएनयू में एबीवीपी के सेक्रेटरी मनीष जांगिड़ ने दावा किया कि हमलावर मास्क पहने हुए थे। उनका नेतृत्व जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष कर रही थी।