भाजपा अध्यक्ष ने बुधवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कांग्रेस को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, ‘एक राजवंश और उसके वफादार दरबारियों को पूरे विपक्ष के एक होने का भ्रम है। एक राजवंश ने कुछ सवाल उठाए और उसके वफादार दरबारियों ने झूठ फैलाए।’ दरअसल, नड्डा ने मंगलवार को राहुल पर आरोप लगाया था कि उनके बयान से सेना का मनोबल गिर रहा है।
नई दिल्लीः भारत-चीन विवाद पर कांग्रेस पार्टी लगातार भाजपा नीत केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है। वहीं, आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पार्टी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सत्ता से बेदखल कर दिया गया राजवंश पूरे विपक्ष के बराबर नहीं हो सकता है। बता दें कि लद्दाख की गलवां घाटी में 20 जवानों के शहीद होने के बाद से ही कांग्रेस पार्टी भाजपा पर हमलावर है।
भाजपा अध्यक्ष ने बुधवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कांग्रेस को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, ‘एक राजवंश और उसके वफादार दरबारियों को पूरे विपक्ष के एक होने का भ्रम है। एक राजवंश ने कुछ सवाल उठाए और उसके वफादार दरबारियों ने झूठ फैलाए।’ दरअसल, नड्डा ने मंगलवार को राहुल पर आरोप लगाया था कि उनके बयान से सेना का मनोबल गिर रहा है।
One ‘royal’ dynasty and their ‘loyal’ courtiers have grand delusions of the Opposition being about one dynasty. A dynast throws tantrums and his courtiers peddle that fake narrative. Latest one relates to the the Opposition asking questions to the Government.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 24, 2020
नड्डा ने कहा, ‘विपक्ष को सवाल पूछने का हक है। सर्वदलीय बैठक में अच्छे तरीके से विचार-विमर्श किया गया, इसमें कई नेताओं ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने आगे का रास्ता तय करने में भी केंद्र का पूरा समर्थन किया। केवल एक परिवार अपवाद था, क्या कोई अनुमान लगा सकता है वह परिवार कौन है?’
It is the Opposition’s right to ask questions. The All Party Meeting saw healthy deliberations, with several Opposition leaders giving their valuable inputs. They also fully supported the Centre in determining the way ahead.
One family was an exception. Any guesses who?
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 24, 2020
जेपी नड्डा ने कहा, ‘एक खारिज और बेदखल किया गया राजवंश पूरा विपक्ष नहीं हो सकता है। एक राजवंश का हित पूरे भारत का हित नहीं है। आज, देश एकजुट होकर सेना का समर्थन कर रहा है। यह समय एकजुटता का है। परिवार अपने वंशज को दोबारा लॉन्च करने के लिए अभी इंतजार कर सकता है।’
A rejected and ejected dynasty is NOT equal to the entire Opposition. One dynasty’s interests are not India’s interests. Today, the nation is united and supportive of our armed forces. This is the time for unity and solidarity. Relaunch of ‘the scion’ for the nth time can wait.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 24, 2020
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘राजवंश की दुर्गति की वजह से हमने हजारों किलोमीटर अपनी जमीन खो दी। सियाचिन ग्लेशियर लगभग हाथ से निकल गया और भी बहुत कुछ। इसलिए कोई आश्चर्य नहीं है कि भारत ने उन्हें खारिज कर दिया।’
Due to the misadventures of one dynasty:
We lost thousands of square kilometers of our land.
The Siachen glacier was almost gone.
And much more.
No wonder India has rejected them. pic.twitter.com/QOGZH7WGNd
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 24, 2020
बता दें कि, भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी सरकार पर हमलावर हैं। वह लगातार सरकार से सवाल पूछने में लगे हुए है। मंगलवार को उन्होंने ट्वीट कर पूछा था कि गलवां घाटी में 20 भारतीय सैनिकों की शहादत का जिम्मेदार कौन है? वहीं, मंगलवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति बैठक में सोनिया गांधी ने भी सीमा विवाद को सरकार के कुप्रबंधन का परिणाम करार दिया था।