कर्नाटक में जारी सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने कहा कि वह विश्वासमत कराना चाहते हैं और उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार से इसके लिये समय तय करने को कहा है।
जेडीएस नेता ने कहा, ”वह हर परिस्थिति के लिये तैयार हैं और वह सत्ता से चिपके रहने वाले व्यक्ति नहीं हैं।”
मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के इस बयान के बाद बीजेपी ने अपने विधायकों को सोमवार को तीन अलग-अलग जगहों पर तीन अलग-अलग होटल में शिफ्ट करने का फैसला किया है।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक को लेकर अपने अहम फैसले में कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष के आर रमेश कुमार से कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन के 10 बागी विधायकों के इस्तीफों और उनकी अयोग्यता के मसले पर अगले मंगलवार तक कोई भी निर्णय नहीं लिया जाये।
कर्नाटक में अब तक कुल 16 विधायक (कांग्रेस के 13 और जेडीएस के तीन विधायक) इस्तीफा दे चुके हैं। इसके साथ ही दो निर्दलीय विधायकों ने सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है।
कर्नाटक विधानसभा में कुल 224 सीटें है। सत्तारूढ़ दल जेडीएस के 37, कांग्रेस के 79, बीएसपी के एक विधायक हैं। वहीं विपक्षी पार्टी बीजेपी के 105 विधायक हैं।
हालांकि, सोमवार को मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले दो निर्दलीय विधायकों को मिलाकर बीजेपी के पास 107 विधायक हैं।
224 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिये 113 विधायकों का समर्थन होना चाहिए। अगर उन 16 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाता है तो गठबंधन का आंकड़ा 100 हो जायेगा।