बिहार के सबसे चर्चित चारा घोटाले से जुड़े तीन मामलों में रांची की विशेष अदालत ने आज पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को दोषी करार दे दिया है. लालू के अलावा 15 अन्य आरोपियों को भी कोर्ट ने दोषी करार दे दिया है. अब लालू यादव को जेल जाना होगा. लालू की सजा पर बहस तीन जनवरी को होगी तब तक लालू को जेल में ही रहना होगा.
फैसला सुनाए जाने से पहले लालू यादव ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम नीतीश कुमार और सीबीआई मुझे जेल भिजवाना चाहती है. मुझे जेल जाने से डर भी नहीं लगता. मुझे न्याय पर विश्वास है और न्याय मिलेगा.
21 साल पुराने चारा घोटाले के एक मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को रांची की सीबीआई स्पेशल कोर्ट ने दोषी करार दिया है। सजा का ऐलान 3 जनवरी को होगा।
अदालत ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र के अलावा बिहार के पूर्व मंत्री विद्यासागर निषाद और पीएसी के तत्कालीन अध्यक्ष ध्रुव भगत, हार्दिक चंद्र चौधरी, सरस्वती चंद्र और साधना सिंह को बरी कर दिया है।
देवघर चारा घोटाला केस में कुल 22 आरोपियों में कोर्ट ने जगन्नाथ मिश्र समेत कुल 6 आरोपियों को बरी किया है। लालू समेत 16 अन्य आरोपियों को दोषी करार दिया गया है।
लालू को तीन जनवरी तक जेल में रहना होगा। यानी उनका नया साल जेल में ही मनेगा। लालू यादव को बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में भेजा जाएगा।
लालू रांची स्थित सीबीआई स्पेशल कोर्ट में अपने बेटे तेजस्वी यादव के साथ पहुंचे थे।
21 साल पुराने इस मामले में सीबीआई ने शुरु में 34 लोगों को आरोपी बनाया था। इसमें 11 की मौत ट्रायल के दौरान हो गई। दो आरोपी सरकारी गवाह बन गए और निर्णय के पूर्व ही अपना दोष स्वीकार कर लिया। सीबीआई ने इस मामले में देवघर कोषागार से फर्जी बिल बना कर राशि की निकासी करने का आरोप लगाया है। आपूर्तिकर्ताओं पर बिना सामान की आपूर्ति किए बिल देने और विभाग के अधिकारियों पर बिना जांच किए उसे पास करने का आरोप है। लालू प्रसाद पर गड़बड़ी की जानकारी होने के बाद भी इस पर रोक नहीं लगाने का आरोप है।
फैसले के बाद जानिए आरजेडी और जेडीयू ने क्या कहा
चारा घोटाले के एक मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को दोषी करार दिए जाने के बाद कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। कोई इसे न्यायपालिका का निर्णय बताता है तो कोई इसे राजनीति से प्रेरित। किस नेता ने क्या कहा, आइए जानें :
रघुवंश प्रसाद सिंह का कहना है यह राजनीति से प्रेरित फैसला है। इसके खिलाफ हाईकोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा कि भले ही यह फैसला कोर्ट ने सुनाया लेकिन कहीं ना कहीं सत्ता में बैठे लोगों का इसमें हाथ है।
जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता नीरज कुमार का कहना है कि लालू यादव ने हमेशा राजनीति में सत्ता का इस्तेमाल किया है। एक तरफ लालू के समर्थक कहते हैं कि हमें न्यायपालिका पर भरोसा है लेकिन वहीं दूसरी ओर उनकी पार्टी के नेताओं के बयानबाजी से लगता है कि उन लोगों को न्यायपालिका पर भरोसा नहीं है। जेडीयू महासचिव केसी त्यागी कहते हैं लालू यादव को दोषी करार देने के बाद बिहार में लालू यादव का एक अध्याय समाप्त हो गया। भ्रष्टाचार के कारण ही उनसे लोग अलग हो रहे हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री क्रांति सिंह कहती हैं कि हमारा हौसला बुंलद हैं, जनता निराश लेकिन हमें अभी भी न्यायपालिका पर भरोसा है। झारखंड में आरजेडी की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी कहती हैं कि जनता सब समझती है। लालू जी हम सब की आवाज बनकर उभरे हैं। हम लोगों को न्यायपालिका पर भरोसा है।
आइये जानते हैं इस केस से जुड़ी बड़ी बातें-
1- लालू यादव चारा घोटाले में पांच केस का सामना कर रहे हैं जिनमें से चार केस उनके खिलाफ लंबित है।
2- केस 1994 से 1996 के बीच देवघर जिला कोषागार से फर्वीवाड़े तरीके से निकाले गए 84.5 लाख रूपये से जुड़ा हुआ है।
3- इस केस मे कुल बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा और लालू यादव समेत 34 लोग आरोपी है।
4- इससे पहले चाइबासा कोषागार से 37.5 करोड़ रूपये फर्जीवाड़े तरीके से निकालने के जुर्म में लालू यादव को पांच साल जेल और 25 लाख रूपये जुर्माने की सज़ा सुनाई जा चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ने 2013 के दिसंबर में उन्हें जमानत दी थी।
5- साल 2014 में झारखंड हाईकोर्ट ने इस आधार पर चार अन्य केस के ट्रायल पर रोक लगा दी थी कि जब किसी शख्स को एक केस में दोषी करार दे दिया गया है तो फिर उसे उसी केस में उसी गवाह और साक्ष्य पर सुनवाई नहीं होनी चाहिए।
6- हालांकि, हाईकोर्ट के इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट ने निरस्त कर दिया। जिसके बाद लालू यादव को उनके खिलाफ लंबित सभी चारा घोटाला केस में ट्रायल फेस करना होगा।
7- शुक्रवार को लालू यादव ने इस बात पर जोर देते हुए कहा था कि चारा घोटाला केस का राष्ट्रीय जनता दल पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आरजेडी को उनके बेटे तेजस्वी और तेजप्रताप सफलतापूर्व नेतृत्व करेंगे।