रतलाम : भापजा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आज मध्य प्रदेश के दौरे पर है। उन्होंने रतलाम के जावरा से आने वाले विधानसभा चुनावों के लिये अपने जन सम्पर्क अभियान को शनिवार से शरू किया है। हालांकि इस जन सम्पर्क अभियान की इंदौर से औपचारिक शुरुआत की जा चुकी है। लेकिन नमकीन के लिए विश्व में प्रसिद्ध इस जिले ने आज अमित शाह के साथ तीखा विरोध जाता कर साबित कर दिया की आने वाले चुनाव में लोगों का क्या मुंड हैं। यहाँ करणी सेना के लोगों ने काले झंडे दिखा कर अमित शाह का विरोध किया।
बता दें कि अमित शाह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ रतलाम जिले के जावरा में किसान सम्मेलन में आ रहे है।बताया जा रहा है कि इस किसान सम्मेलन के लिए भाजपा एक सप्ताह से तैयारी कर रही थी।
गुरुवार शाम को अचानक से महावीर सेना का गठन हुआ। इसके बाद निर्णय लिया गया कि एसीएसटी एक्ट का अब तक सपाक्स व करणी सेना विरोध कर रही है, अब जैन समाज को भी मैदान में उतरना होगा।
पूरी प्लानिंग के बाद हर दुकान पर काला काला झंडा सुबह से लगा दिया गया है। रतलाम शहर का बाजार सुबह से ही पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। जावरा के भाजपा विधायक डॉ. राजेंद्र पांडे के निवास स्थान चूड़ी बाजार क्षेत्र में दुकाने खुली रही , लेकिन शेष बाजार बंद रहा । यहां तक की भाजपा समर्थक नेताओं की भी दुकाने सुबह से बंद थी ।
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने पूरी तरह से काले कपड़े पर प्रतिबंध लगा दिया है। इतना ही नहीं बल्कि काले कपड़े पहनकर आने वाले लोगों और, काला रुमाल लाने वाले को पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिस ने हर आने-जाने पर तगड़ी नजर रखे हुए है। कई जगहों पर डॉग स्क्वाड भी लगाए गए है।
भाजपा जिला अध्यक्ष ने अचनाक दिया इस्तीफा
आपको बता दें कि अमित शाह के दौरे से पहले शुक्रवार को अचानक झाबुआ के भाजपा जिला अध्यक्ष मनोहर सेठिया ने इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के बाद पार्टी ने ओमप्रकाश शर्मा को झाबुआ के नए जिलाध्यक्ष की कमान सौंपी दी। वहीं दूसरी ओर झाबुआ जिला इकाई के अध्यक्ष मनोहर सेठिया के इस्तीफे के बाद अन्य पदाधिकारियों के भी इस्तीफे की झड़ी लग गई। एक के बाद एक नेताओं ने अपने इस्तीफे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिए। सामूहिक रूप से इस्तीफे से भाजपा में भी खलबली मच गई है। गुरुवार देर रात झाबुआ के जिला महामंत्री, जिला उपाध्यक्ष और शहर मंडल अध्यक्ष सहित दो दर्जन से अधिक पदाधिकारियों ने अपने इस्तीफे सोशल मीडिया पर डाल दिए। इसके बाद ससे झाबुआ से लेकर भोपाल स्थित प्रदेश मुख्यालय फिर दिल्ली तक हड़कंप मच गया। इस्तीफों के पीछे झाबुआ जिला अध्यक्ष पद पर हुए बदलाव को प्रमुख कारण बताया जा रहा है। यह सभी मनोहर सेठिया को हटाए जाने से नाराज थे।
मीडिया रिपोर्ट