रांची : झारखंड में बीजेपी के अगुआई वाले गठबंधन एनडीए में दरार पड़ गई है। लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने ऐलान किया है कि एलजेपी आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी। मंगलवार को ही पार्टी 50 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम की लिस्ट जारी कर देगी। केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के बेटे चिराग को हाल ही में पार्टी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। चिराग पासवान लगातार दो बार से बिहार की जमुई लोकसभा सीट से सांसद हैं।
चिराग पासवान ने सोमवार को भी झारखंड में अकेले चुनाव लड़ने की अपनी मंशा जाहिर की थी। एलजेपी अब तक बीजेपी की अगुवाई वाले गठबंधन एनडीए का हिस्सा थी। एलजेपी ने झारखंड में एनडीए के सहयोगी के तौर पर छह सीटें मांगी थीं लेकिन रविवार को बीजेपी ने अपने 52 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी थी।
इसके बाद ही सोमवार को चिराग पासवान ने कह दिया था, ‘हम झारखंड में अकेले चुनाव लड़ने को तैयार हैं। चिराग ने कहा, ‘हम इस बार टोकन के रूम में दी गई सीटों को स्वीकार नहीं करेंगे। हमने एनडीए के पार्टनर के रूप में छह सीटों की मांग की थी बीजेपी ने रविवार को उम्मीदवारों की जो सूची जारी की उनमें से बहुत से उन सीटों पर हैं जो हमने मांगी थीं।
गौरतलब है कि झारखंड में एनडीए के एक और सहयोगी दल ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (एजेएसयू) ने सोमवार शाम बिना बीजेपी से चर्चा किए 12 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया। इनमें से 3 सीटों पर रविवार को बीजेपी ने भी प्रत्याशियों की घोषणा की थी। इस बाबत एजेएसयू का कहना है कि बीजेपी उनको मजबूत सीटें नहीं दे रही है।
2014 के लोकसभा चुनाव से पहले राम विलास पासवान असमंजस में थे कि वह यूपीए के साथ जाएं या एनडीए में शामिल हों। सियासी जानकार बताते हैं कि चिराग की सलाह पर ही पासवान ने एनडीए के साथ जाने का फैसला किया। एनडीए गठबंधन के तहत एलजेपी ने 7 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा और 6 पर कामयाबी हासिल की।
राज्य की कुल 81 सीटों पर पांच चरण में मतदान होना है, जबकि वोटिंग के नतीजे 23 दिसंबर को आएंगे। पहले चरण का मतदान 30 नवंबर को है, दूसरा 7 दिसंबर, तीसरा 12 दिसंबर, चौथा 16 दिसंबर और पांचवां 20 दिसंबर।