भोपाल : मध्य प्रदेश में कौओं की मौत के बाद बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। इस मामले पर सरकार गंभीर है। अभी तक मुर्गियों में बर्ड फ्लू नहीं पाया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि प्रदेश में मुर्गियों में पाए जाने वाले संक्रामक रोग बर्ड फ्लू से बचाव, रोकथाम और नियंत्रण के पूरे प्रयास किये जाएं। भले ही राज्य में ऐसे मामले नहीं आये हैं, फिर भी एहतियातन सभी सावधानियां बरती जाएं।
मुख्यमंत्री चौहान ने बुधवार को निवास पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें राज्य में बर्ड फ्लू से बचाव, रोकथाम और नियंत्रण के प्रयासों की समीक्षा की। वर्तमान में प्रदेश में ऐसी समस्या नहीं है, एहतियातन आवश्यक कदम उठाए गए हैं। इनमें भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस से जिलों को अवगत करवाया गया है। दक्षिण भारत के केरल सहित सीमावर्ती राज्यों से सीमित अवधि के लिए पोल्ट्री प्रतिबंधित रहेगा। यह अस्थाई रोक एहतियातन लगाई गई है।
प्रदेश के कुछ स्थानों कुछ कौवों की मृत्यु की सूचना के बाद सावधानी के तौर पर ये कदम उठाया गया है। जिन जिलों से ऐसे समाचार मिले हैं, वहां रोग होने की पुष्टि भारतीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोग शाला (एनआईएसएचएडी) से प्रतीक्षित है। इसके पहले सावधानी के तौर पर सम्पूर्ण प्रदेश में रोग के नियंत्रण और शमन के लिये अलर्ट जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने जिलों में गाइडलाइन का पालन करवाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पशुपालन विभाग और सहयोगी विभागों एवं एजेंसियों को इस मामले में सजग रहने, रेंडम चेक करने और आमजन को आवश्यक जानकारी देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां से पक्षियों की मृत्यु की जानकारी मिली है, सावधानी के तौर पर पोल्ट्री फार्म पर भी नजर रखी जाए।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में बर्ड फ्लू की प्रतिदिन की स्थिति से भारत सरकार को अवगत करवाया जा रहा है। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव पशुपालन श्री जे.एन. कंसोटिया, अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री मोहम्मद सुलेमान और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। – आईएएनएस