नई दिल्ली- नोटबंदी के खिलाफ विपक्ष सरकार को घेरने में जुटा है, इसी कड़ी में दिल्ली के आजादपुर मंडी में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने रैली को संबोधित किया। ममता बनर्जी ने कहा कि देश दिवालिया होने की तरफ बढ़ रहा है और ऐसा सरकार की गलत पॉलिसी के चलते हुआ है। उन्होंने कहा कि हम सरकार को तीन दिन देते हैं। अगली रणनीति इसके बाद बनाएंगे।
ममता बनर्जी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी के फैसले से आम लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि घर में लोगों के पास खाने को नहीं है और एटीएम और बैंक से कैश मिल नहीं रहा। ममता बनर्जी ने इस फैसले को रद्द करने की मांग की और सरकार को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इसे आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटला बता दिया।
आरबीआई दफ्तर के बाहर धरने पर बैठे केजरीवाल-ममता
आजादपुर मंडी की रैली के बाद अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी दिल्ली में आरबीआई दफ्तर के बाहर पहुंचे। वहां दोनों नेता नोटबंदी के विरोध में धरने पर बैठ गए. पैसे एक्सचेंज कराने के लिए वहां लोगों की भारी भीड़ थी। इस सियासी कवायद से आरबीआई दफ्तर के बाहर अफरातफरी का माहौल बन गया। वहां मौजूद लोगों ने मोदी-मोदी के नारे लगाए।
इससे पहले, आजादपुर मंडी में रैली को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने सीधे पीएम मोदी पर हमला बोला है। केजरीवाल ने नोटबंदी को आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया। उन्होंने कहा कि सरकार जनता का दुरुपयोग करते हुए उद्योगपतियों के कर्ज माफ किए।
इससे पहले, बीजेपी समर्थकों के साथ-साथ व्यापारियों ने इस सभा के विरोध में मोदी-मोदी के नारे लगाए। व्यापारियों ने केजरीवाल का विरोध करते हुए काले झंड लहराए। इन लोगों का आरोप है कि केजरीवाल केवल इस मुद्दे को लेकर राजनीति कर रहे हैं। व्यापारियों के आरोप है कि मंडी में सभा का आयोजन करना केवल राजनीति लाभ का मकसद है।
विरोध कर रहे व्यापरियों का कहना है कि नोटबंदी से वो बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। इस मुद्दे को लेकर केजरीवाल के पास कोई समाधान नहीं हैं वो केवल इसे राजनीतिक रंग देने में लगे हैं। इसलिए वो विरोध कर रहे हैं।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने नोटबंदी के खिलाफ पिछले दिनों राष्ट्रपति भवन तक मार्च किया था जिसमें शिवसेना और आप भी शामिल थी। वहीं केजरीवाल ने केंद्र के निर्णय के खिलाफ विधानसभा में एक प्रस्ताव पेश किया था, उन्होंने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा था कि नोटबंदी से बीजेपी को राजनीतिक फायदा उठाना है और ये आम आदमी के साथ धोखा है।