नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के बहु-चर्चित हनीट्रैप मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अब इस मामले में राज्य के एक दर्जन शीर्ष नौकरशाहों और 8 पूर्व मंत्रियों की भी जांच की जा रही है। अब कांग्रेसी नेता मानक अग्रवाल ने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि, यह सब शिवराज जी के समय से शुरू हुआ। इसमें अधिक संख्या में बीजेपी के नेता शामिल हैं।
मध्य प्रदेश हनी ट्रैपिंग केस पर कांग्रेस नेता मानक अग्रवाल ने शुक्रवार को कहा कि, एसआईटी जांच कर रही है। यह सब शिवराज जी के समय से शुरू हुआ। इसमें अधिक संख्या में बीजेपी के नेता शामिल हैं। यह अब 5-6 राज्यों तक फैल गया है। मानक अग्रवाल ने RSS को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘इसका एक सबसे बड़ा कारण यह है कि आरएसएस के लोग शादी नहीं करते हैं। आरएसएस के लोगों को शादी करनी चाहिए। मोहन भागवत को भी शादी करनी चाहिए।
देश का ‘सबसे बड़ा ब्लैकमेलिंग सेक्स स्कैंडल’ कहे जाने वाले इस मामले से जुड़ी 4000 फाइलें जांच एजेंसियों को मिल चुकी हैं और फाइलों के मिलने का सिलसिला अभी जारी है। जांच कर रहे अधिकारियों को महिलाओं से जब्त किए गए लैपटॉप और मोबाइल फोन में करीब चार हजार फाइलें मिली हैं। इनमें कई अश्लील चैट के स्क्रीनशॉट, अधिकारियों के अश्लील वीडियो, समझौता करने वाले अधिकारियों के वीडियो और ऑडियो क्लिप मिले हैं। इन ऑडियो और वीडियो क्लिप में बड़ी संख्या में कथित तौर पर नौकरशाह, मंत्री और पूर्व सांसद शामिल हैं।
बुधवार से एसआईटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है। टीम के अध्यक्ष संजीव शमी बनाए गए हैं। माना जा रहा है कि जांच के आगे बढ़ने के साथ ही यह देश का सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल साबित हो सकता है। फोरेंसिक विशेषज्ञ की टीम महिलाओं से जब्त किए गए लैपटॉप और मोबाइल फोन की लगातार जांच कर रहे हैं। अब तक इनमें से चार हजार वीडियो और ऑडियो क्लिप्स निकाले जा चुके हैं। हनीट्रैप में वरिष्ठ नौकरशाहों से लेकर जूनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर, भाजपा और कांग्रेस के बड़े नेताओं की लंबी सूची है।