मध्य प्रदेश, कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार गिरने का ड्रामा आप हमने ने देखा है अब मणिपुर में कांग्रेस भाजपा से अपना हिसाब बराबर करने के मूड में है मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की गठबंधन सरकार खतरे में आई गई है। राज्य सरकार के 3 विधायकों ने इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। 60 सदस्यों वाली मणिपुर विधानसभा में अब सिर्फ BJP के पास 18 विधाक बचे हैं। सरकार को 32 विधायकों का समर्थन हासिल था।
मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की गठबंधन सरकार खतरे में आई गई है। राज्य सरकार के 3 विधायकों ने इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। इसके अलावा सत्तारूढ़ दल नेशनल पीपुल्स पार्टी (National Peoples Party-NPP) के चार विधायकों ने मंत्री पद छोड़ दिया है। इसके साथ ही एक TMC विधायक और एक निर्दलीय विधायक ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। ऐसे में BJP सरकार खतरे में आ गई है। आज कांग्रेस के पूर्व सीएम इबोबी और पूर्व डिप्टीसीएम गायखंगम गवर्नर से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं।
60 सदस्यों वाली मणिपुर विधानसभा में अब सिर्फ BJP के पास 18 विधाक बचे हैं। सरकार को 32 विधायकों का समर्थन हासिल था। एस. सुभाषचंद्र सिंह (S Subhashchandra Singh), टी.टी. हाओकिप (TT Haokip) और सैमुअल जेंदाई (Samuel Jendai) ने BJP छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए। साथ ही NPP की ओर से डिप्टी सीएम वाई जयकुमार सिंह (Y Joykumar Singh), मंत्री एन कायिसी (N Kayisi), मंत्री एल जयंत कुमार सिंह (L Jayanta Kumar Singh) और लेतपाओ हाओकिप (Letpao Haokip) ने अपने पद से इस्तीफा सौंप दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्यसभा सभा चुनाव के चलते गठबंधन और पार्टी के भीतर मतभेद सामने आ गए हैं।
मणिपुर विधान सभा चुनाव 2017 में कांग्रेस को 28 सीटें मिली थी। BJP को 21 सीट, NPF को 4 सीट, NPP को 4 सीट और TMC को 1, LJP को 1 सीट IND को 1 सीट पर विजय मिली थी।
नए समीकरण के मुताबिक, BJP के पास अब 18 विधायक रह गए हैं। ऐसे में कांग्रेस सरकार बनाने के लिए दावा कर सकती है।