गुजरात के दलित विधायक जिग्नेश मेवानी ने गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण देने के मोदी सरकार के फैसले को खतरनाक बताया है और कहा है कि यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के इशारे पर किया जा रहा है।
मेवानी ने कहा है कि संविधान संशोधन करवा कर आरएसएस आने वाले समय में एससी, एसटी और ओबीसी को मिल रहे जातिगत आरक्षण को खत्म कराना चाहती है।
मेवानी ने ट्वीट किया, “RSS के लोगों से बात हुई- भाजपा 10% ग़रीबों को आरक्षण क्यों दे रही है? जो पता चला वो बेहद ख़तरनाक है। RSS जाति आरक्षण के हमेशा से ख़िलाफ़ रही है।
अभी पहले चरण में संविधान संशोधन करके आर्थिक आधार शुरू करेंगे। फिर SC, ST और OBC का सारा आरक्षण ख़त्म करके केवल आर्थिक आधार रखेंगे।”
मेवानी के इस ट्वीट को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी रिट्वीट किया है और लिखा है, “मेरी कई लोगों से बात हुई। सब लोगों को लग रहा है कि भाजपा कि यही चाल है। बेहद ख़तरनाक।”
इसके जरिए केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधा है। दोनों नेताओं का ट्वीट वायरल हो रहा है। इस पर कई लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। मेवानी को भाजपा समर्थकों ने ट्रोल किया है।
बता दें कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण देने के लिए 124वां संविधान संशोधन विधेयक संसद में पेश किया है।
मंगलवार (08 जनवरी) को लोकसभा ने इस बिल को पारित कर दिया है, जबकि राज्य सभा में आज (09 जनवरी) को इस पर बहस जारी है।
बिल को कांग्रेस समेत सपा, बसपा ने भी समर्थन दिया है लेकिन राजद, एआईएडीएमके, डीएमके और एवैसी की पार्टी ने इसका विरोध किया है।
इस बीच, सपा ने ओबीसी रिजर्वेशन की सीमा 27 फीसदी से बढ़ाकर 54 फीसदी करने की मांग की है।