रियाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सऊदी अरब ने उन्हें वहां के सर्वोच्च नागरिक सम्मान द किंग अब्दुलअजीज साश से नवाजा है। इसे सऊदी स्टेट के संस्थापक अब्दुल अजीज अल सऊद के नाम पर दिया जाता है। यह सम्मान अब तक शिंजो अबे, कैमरन, ओबामा और पुतिन को भी मिल चुका है। पीएम ने एक बार फिर सऊदी की सरजमीं से आतंकवाद मानवता का दुश्मन करार देते हुए कहा है कि धर्म को आतंकवाद से अलग करना होगा।
उन्होंने पाकिस्तान पर फिर निशाना साधते हुए कहा कि अच्छा या बुरा आतंकवाद के बीच फर्क करने की नीति छोड़नी होगी। उन्होंने मध्य पूर्व में सऊदी नेतृत्व की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की नीति की सराहना भी की |
पीएम मोदी ने रविवार को सऊदी के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज से मुलाकात की। इस मुलाकात में भारत और सऊदी अरब के रणनीतिक सहयोग के विस्तार, कारोबार बढ़ाने, निवेश करने और आतंकवाद की चुनौतियों से निपटने समेत द्विपक्षीय रिश्तों पर व्यापक चर्चा हुई। बाद में दोनों देशों ने पांच अहम समझौतों पर दस्तखत किए।
पीएम ने सऊदी के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज को सोने का वर्क चढ़ी केरल की प्राचीन चेरामन जुमा मस्जिद की एक प्रतिकृति सौंपी। माना जाता है कि यह भारत में तकरीबन 629 ईसवी में अरब व्यापारियों द्वारा बनाई गई पहली मस्जिद है। यह मस्जिद केरल के त्रिशूर जिले में है। चेरामन पेरूमल केरल के प्राचीन चेर राजा थे, जो इस्लाम से काफी प्रभावित थे।
सऊदी अरब के दौरे के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यहां के निवेशकों को लुभाने की कोशिश करते हुए कहा कि देश में जीएसटी लागू होकर ही रहेगा, जबकि रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स अब बीते जमाने की बात हो जाएगा।
देश में बेहतर कारोबारी माहौल और स्थिर कर व्यवस्था का वादा करते हुए मोदी सऊदी की धरती से कांग्रेस की पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर निशाना साधने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि बीती यूपीए सरकार के विरासत में मिले रेट्रो टैक्स से जुड़े दो मामलों में वह कुछ नहीं पर पा रहे हैं क्योंकि वे अदालत के विचाराधीन हैं । – एजेंसी file- photo