बैतूल- मध्य प्रदेश के बैतूल विकासखंड अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सेहरा के ग्रामपंचायत खेड़ीसांवालीगढ़ में मौसमी बीमारियों ने कहर बरपाना आरंभ कर दिया है। मौसमी बीमारी के चलते अब तक तीन मासूम बच्चों की मौत हो चुकी है। उनको क्या बीमारी थी फ़िलहाल इसका पता नहीं लगा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार खेड़ीसांवलीगढ़ पंचायत के पांढरी ढाना में पंचायती तालाब के समीप वार्ड क्रमांक 19 के निवासी गणेश लिखितकर के 12 दिन पूर्व जन्मे बच्चे की मौत हो गई। वहीं योगेश सोनी का 6 माह के पुत्र निखिल की अचानक बीमार होकर मौत हो गई। ग्राम के बलराम सरियाम की 10 वर्षीय पुत्री निशा की उल्टी दस्त के दौरान मौत हो गई, जबकि दिनेश आहके के पुत्र युग की हालत गंभीर बनी हुई है। उपचार के बावजूद भी उसकी लगातार हालत बिगड़ती जा रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि 6 हजार की आबादी के बावजूद खेड़ी में स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब तक स्थायी अस्पताल नहीं बनाया गया है। जिससे गरीबों को समय पर उपचार नहीं मिल पाता। वहीं अचानक बीमार होकर हो रही बच्चों की मौत को लेकर स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला बेखबर है। इधर परिजनों ने बच्चों की मौत बीमारी से होने की पुष्टि की है ।
ब्लाक मेडिकल आफिसर अरविन्द शर्मा बच्चों की मौत की अलग अलग वजह बता रहे है ।उनके मुताबिक 12 दिन के बच्चे की मौत प्री मेच्योर डिलिवरी था और दुसरे को निमोनिया हुआ था तीसरा बच्चा उल्टी दस्त की वजह से मौत होना पाया गया था ।यह सभी मौत सरकारी रिकार्ड में दर्ज है फिर भी सूचना मिली है तो मौके पर टीम भेजकर दो बारा जांच करवा लेते है ।इसी गांव से चिकन पाक्स फैलने की भी पूर्व में सूचना मिली थी 4 बच्चे पीड़ित भी मिले थे जो स्वस्थ है ।
रिपोर्ट- @अकील अहमद