मुम्बई – साकीनाका पुलिस स्टेशन में गैंगरेप की शिकार बनी मॉडल का कहना है कि आरोपी पुलिसकर्मियों ने उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी है। इसी अप्रैल को मॉडल और उसके बॉयफ्रेंड को पुलिस जबरदस्ती अपने साथ पुलिस स्टेशन ले गई थी, जहां न सिर्फ 3 पुलिसकर्मियों ने मॉडल का गैंगरेप किया बल्कि उससे 9.33 लाख रुपये का सामान भी लूट लिया।
पीड़ित मॉडल का कहना है कि घटना के बाद से उसके परिवार ने उसे ठुकरा दिया है और अब वो कहां जाए। पीड़िता ने कहा कि ये दिन उसकी जिंदगी का सबसे खराब दिन था और शायद जिंदगी भर वो इसे भुला नहीं पाएगी। मॉडल ने कहा, ‘मैं 3 अप्रैल और मुंबई पुलिस के डरावने चेहरे को पूरी जिंदगी नहीं भुला पाउंगी।’शुरुआती जांच में सामने आया है कि साकीनाका पुलिस स्टेशन के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सुनील कटापे (34), सूर्य सूर्यवंशी (36) और हेड कॉन्स्टेबल योगेश पोंडे (36) ने मॉडल का गैंगरेप किया और पैसे लूटने में उनकी मदद की एक लोकल केबल न्यूज़ तहलका का जर्नलिस्ट और पांच अन्य लोगों ने की।इनमें से आठ आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं जबकि एक अब भी फरार है।
मॉडल ने बताई आपबीती बताते हुए मॉडल ने बताया कि घटना वाले दिन उसके सेलफोन पर आधीरात को एक अंजान नंबर से एक मैसेज आया था। उस मैसेज में मॉडल को साकीनाका के एक होटल में पहुंचने के लिए कहा गया था क्योंकि वहां एक गुजराती बिजनेसमैन रुका हुआ था और वो अपनी एक फिल्म के लिए एक मॉडल की तलाश कर रहा था।जब मॉडल ने मैसेज भेजने वाले से कहा रात बहुत हो चुकी है और वो अगली सुबह आएगी तो सेंडर ने कहा कि तब तक बिजनेसमैन शहर से चला जाएगा इसलिए उन्हें तुंरत आना होगा।
मॉडल ने कहा, ‘मैं काम के लिए तरस रही हूं। मुझे अपना करियर शुरू करने की जरूरत है तो जब लोग मुझे बुलाते हैं तो मुझे जाना पड़ता है।’मॉडल रात करीब 12.30 बजे होटल की लॉबी में पहुंची तो को-ऑर्डिनेटर ने उसे तीसरी मंजिल पर जाने के लिए कहा, जहां बिजनेसमैन उसका इंतजार कर रहा था। जब मॉडल से अकेले ऊपर जाने के लिए कहा गया तो उसे शक हुआ, जिसके बाद उसने अपने दोस्त को होटल बुलाया। जब तक उसका दोस्त होटल पहुंचा तब तक पुलिस बाकी आरोपियों के साथ वहां पहुंच गई, जिनमें एक महिला भी शामिल थी। पुलिस मॉडल और उसके दोस्त को साकीनाका पुलिस स्टेशन लाई और वहां की दूसरी मंजिल पर ले गई और उन्हें डराना धमकाना शुरू कर दिया। पुलिस ने कहा कि वो उन दोनों पर सेक्स रैकेट की धाराएं लगा देंगे। मॉडल ने कहा, ‘जब पुलिस ने मुझे प्रोस्टिट्यूट कहकर बुलाया तो मैं हैरान रह गई। मैं पुलिस स्टेशन में रो रही थी और पुलिस से भीख मांग रही थी कि वो मुझे छोड़ दें।
उन्होंने मुझे और मेरे दोस्त को अलग कर दिया और हमें संघर्ष नगर पुलिस चौकी ले गए, जहां बिना पुलिस की वर्दी में मौजूद पुलिस ने मेरा यौन शोषण किया।’ पीड़िता का आरोप है कि रातभर में उसके साथ पांच बार दुष्कर्म किया गया। उसने अपने बयान में कहा, ‘एक पुलिसवाला मेरे पास आया और कहा, तुम मुझे खुश करो तो मैं तुम्हें जाने दूंगा। मेरे साथ कई बार दुराचार किया गया। पुलिस ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी। मैं एक स्ट्रगलिंग एक्टर हूं और वहां जाती हूं जहां को-ऑर्डिनेटर मुझे बुलाते हैं। पुलिस मुझे, एक औरत को आधी रात को जबरदस्ती पुलिस स्टेशन ले आई और मेरे साथ ये किया।’ पीड़िता ने आगे कहा, ‘मेरे परिवार को इस घटना के बारे में पता चला तो उन्होंने मुझे छोड़ दिया। अब मैं कहां जाऊं? पुलिस लोगों की रक्षा के लिए होती है लेकिन जो उन्होंने मेरे साथ किया है, मैं उसे मरने तक नहीं भूल सकती। ये काला दिन एक बोझ है जिसे मुझे पूरी जिंदगी ढोना पड़ेगा।’पीड़िता के दोस्त का कहना है कि साकिनाका पुलिस स्टेशन में उसकी बहुत पिटाई की गई और उसे छोड़ने के लिए 10 लाख रुपये मांगे गए। उसने मिड डे को बताया कि पुलिस ने पूरी रात उसको बहुत पीटा और जब उसने 35,000 रुपये दिए तब जाकर उसकी पिटाई बंद की।
उसने अपनी मां को फोन करके 4 लाख रुपये अकाउंट में डालने के लिए कहा, जिसके बाद एक दोस्त रुपये लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचा। उसने बताया, ‘मैं पुलिस से कहा कि हमें जाने दो, कम से कम मेरी दोस्त को जाने दो, लेकिन उन्होंने हम दोनों को अलग कर दिया और हमारी पिटाई की।’ पुलिस ने पीड़िता की गोल्ड की ज्वेलरी भी ले ली। पुलिस ने कुल मिलाकर 9.33 लाख रुपये का सामान लूटा।
पुलिस ने तीनों आरोपी पुलिसकर्मियों के अलावा जावेद शेख (35), संजय रंगे (46), तनवीर हाशमी (34), आयशा मालवीय (24) और इब्राहिम खान उर्फ़ इब्बू भाई (42) को भी गिरफ्तार कर लिया है। सभी पर रेप, आपराधिक साजिश, जबरन वसूली से संबंधित आईपीसी की धाराएं लगाई गई हैं और उन्हें किल्ला कोर्ट में पेश किया गया। सभी को 29 अप्रैल तक पुलिस रिमांड के लिए भेज दिया गया है। सिकंदर मिर्जा नाम का एक आरोपी अब भी फरार है।घटना के बाद डरी हुई मॉडल शहर से चली गई थी लेकिन बाद में उसने हिम्मत जुटाकर मुंबई के पुलिस कमिशनर राकेश मारिया को मैसेज भेजकर उनकी मदद मांगी जिसके बाद ये मामला सामने आया। जॉइंट पुलिस कमिशनर अतुलचंद्र कुलकर्णी ने कहा, ‘कमिशनर ने इस मामले में सही कदम उठाया। महिला के बयान के तुरंत बाद एफआईआर दर्ज की गई।’
रिपोर्ट -अजय शर्मा