नई दिल्ली – हाल ही में हिंदी साहित्यकारों पर विवादित बयान देकर चर्चा में आए विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने अब म्यांमार ऑपरेशन को लेकर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ पर निशाना साधा है।
इकॉनोमिक्स टाइम्स की खबर के मुताबिक जनरल वीके सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में बिना नाम लिए कहा जिन लोगों ने पिछले साल यह दावा किया था कि भारतीय सेना ने म्यांमार की सीमा में घुसकर उत्तर-पूर्व के उग्रवादियों पर कार्रवाई की है, उनसे अब सवाल किए जाने चाहिए।
गौरतलब है कि बुधवार को यह खबर आई थी कि उस ऑपरेशन के लिए भारतीय सैनिकों को जो प्रशस्ति पत्र दिए गए हैं उनके मुताबिक सेना ने भारतीय सीमा में यह कार्रवाई की थी, जबकि पिछले साल जून में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने बयान दिया था कि भारतीय सेना ने म्यांमार की सीमा में घुसकर उग्रवादियों को मारा है।
जनरल वीके सिंह बुधवार को गुवाहाटी में थे। उन्होंने कहा कि एडीजी का आधिकारिक बयान है कि भारतीय सेना ने भारत-म्यामांर सीमा पर उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई की थी, लेकिन कुछ लोग भावनाओं में बह गए और दावा कर दिया कि सेना ने सीमा पार जाकर उग्रवादियों पर कार्रवाई की है।
उन्होंने हालांकि किसी का नाम नहीं लिया लेकिन पिछले साल जून में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने म्यांमार ऑपरेशन को लेकर यह बयान दिया था।
यह बयान जून 2014 में उस समय आया था जब म्यांमार सरकार और सेना की मदद से ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देकर सेना ने 4 जून को मणिपुर के चंदेल में घात लगाकर किए गए हमले में शहीद हुए 18 जवानों की शहादत का बदला लिया था।