जगदलपुर : नक्सलियों ने कुम्माकोलेंग गांव के पास पर्चे फेंककर कहा है कि नंदिनी सुंदर से उनका काई लेना-देना नहीं है। उसमें यह भी बताया गया है कि सामनाथ बघेल नंदिनी सुंदर को गिरफ्तार करने की मांग कर रहा था, अब उसकी पत्नी कर रही है। पर्चे में सुंदर के जून माह में नामागांव में दौरे का जिक्र किया गया है। नक्सलियों द्वारा फेंके गए पर्चें से साफ हो गया कि वे डीयू प्रोफेसर पर एफआईआर दर्ज होने के बाद बौखला गए हैं।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को नंदिनी सुंदर व अन्य के खिलाफ दर्ज हत्या के मामले को लेकर केंद्र और छत्तीसगढ़ सरकार को जमकर खरी-खोटी सुनाई। कोर्ट ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि कोई (केंद्र और राज्य सरकार)भी नक्सल समस्या के शांतिपूर्ण समाधान खोजने को लेकर गंभीर नहीं है।
कोर्ट ने इस दौरान केंद्र व छत्तीसगढ़ सरकार के कहा कि वह जीवन के व्यवहारिक पक्ष को समझे और नक्सल समस्या के शांतिपूर्ण समाधान खोजने की दिशा में प्रयास करेंगे। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एम बी लोकुर और जस्टिस आदर्श गोयल की पीठ के रुख को देख छत्तीसगढ़ सरकार ने 15 नवंबर तक नंदिनी सुंदर और अन्य के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई न करने का भरोसा दिया।