नई दिल्ली : 9 फरवरी को जेएनयू में हुई राष्ट्रविरोधी गतिविधि और वहां पर आयोजित हुए कार्यक्रम को लेकर जेएनयू प्रशासन ने अपना निर्णय दे दिया है। देशद्रोह के आरोप में जमानत पर रिहा हुए छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। कन्हैया के अलावा एबीवीपी के नेता सौरभ कुमार शर्मा पर भी 10 हजार रुपए का जुर्मा लगा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मामले के मुख्य आरोपी अनिर्बान भट्टाचार्य को जेएनयू से पांच साल के लिए बाहर कर दिया गया है जबकि उमर खालिद को एक सेमेस्टर के लिए बाहर कर दिया गया है। इन दोनों के अलावा मुजीब को भी दो सेमेस्टर के लिए निलंबित कर दिया गया है। प्रशासन ने रामा नागा समेत14 आरोपियों पर 20-20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर पहले भी एक मामले को लेकर जुर्माना लग चुका है। कन्हैया पर जून 2015 में तीन हजार का जुर्माना लगा था। कन्हैया पर जेएनयू की पूर्व छात्रा से बदसलूकी करने का दोषी पाए जाने पर यह जुर्माना लगाया गया था।
जेएनयू परिसर में 10 जून 2015 को कन्हैया के साथ बदसलूकी की थी। छात्रा ने कन्हैया की बदसलूकी और धमकाने की घटना की शिकायत जेएनयू प्रशासन से की थी। इसके बाद 16 अक्टूबर को जेएनयू प्रशासन ने कन्हैया पर जुर्माना लगाया था। कन्हैया को तीन हजार रुपए का जुर्माना लगाते हुए प्रशासन ने भविष्य में उसे ऐसा नहीं करने की चेतावनी भी दी थी
जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष आशुतोष, उपाध्यक्ष अनंत, छात्रसंघ के वर्तमान जनरल सेक्रेटरी रामा नागा समेत कुछ और छात्रों का एकेडमिक सस्पेंशन भी तय माना जा रहा था।