श्रीनगर : सेना ने कश्मीर में फिर से अपनी जड़ें जमाने का प्रयास कर रहे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के उत्तरी कश्मीर के डिविजनल कमांडर खालिद को मुठभेड़ में मार गिराया। आतंकी कमांडर ने मुठभेड़ के दौरान बचने के लिए अपने तीन ठिकाने बदले, लेकिन बच नहीं पाया। खालिद के खात्मे में उसकी एक पूर्व प्रेमिका की बड़ी भूमिका रही।
खालिद कश्मीर का ‘लवर-बॉय’ आतंकी था। उसकी कई प्रेमिकाएं थीं। मुठभेड़ के वक्त भी उसके साथ चार प्रेमिकाएं थीं। उसके प्यार में धोखा खाई एक पूर्व प्रेमिका ने ही उसे मौत के अंजाम तक पहुंचवा दिया। खालिद से प्यार के दौरान वह गर्भवती हो गई थी। जब खालिद को उसने यह बात बताई तो उसने उसे और अजन्मे शिशु दोनों से नाता तोड़ लिया। इससे उसका दिल टूट गया।
कोख में पल रहे शिशु और खुद की जिंदगी बर्बाद करने से वह बदले की आग में झुलसने लगी। तभी उसने खालिद का सफाया कराने की ठान ली। सबसे पहले उसने पंजाब में किसी जगह गर्भपात कराया। इसके बाद वह ‘खालिद के खात्मे’ के अपने मिशन में जुट गई। सूत्रों के अनुसार उसी की मदद से सुरक्षा बल खालिद तक पहुंचे। उसने पुलिस अफसरों से कहा था, ‘मैं आपको खालिद का सुराग दूंगी, खात्मा आपको करना होगा।’
सोमवार को खालिद जैसे ही लडूरा के सरकारी स्कूल के पास घर में पहुंचा, पहले से घेराबंदी किए बैठे सुरक्षा बलों ने उसे ललकारा। उसने फायरिंग शुरू कर दी, लेकिन मात्र चार मिनट में उसका काम तमाम कर दिया गया।
खालिद का मारा जाना सुरक्षाबलों के लिए बहुत बड़ी कामयाबी माना रहा है। डबल ए श्रेणी के आतंकी खालिद के जिंदा अथवा मुर्दा पकड़े जाने पर 12 लाख का नकद इनाम था। वह उत्तरी कश्मीर और सेंट्रल कश्मीर में जैश के नेटवर्क को धीरे धीरे मजबूत करते हुए स्थानीय लड़कों की भर्ती में जुटा हुआ था। इसके अलावा वह उत्तरी कश्मीर में एलओसी के पार से आने वाले जैश के आतंकियों के लिए विभिन्न इलाकों में सुरक्षित ठिकानों का बंदोबस्त करने के अलावा पैसे का इंतजाम भी करता था।