भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को देश का बच्चा-बच्चा जानता है। उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में हर सफलता हासिल की है। उनकी कप्तानी में भारत दो विश्वकप (T20 और एकदिवसीय) जीतने में सफल रहा था।
लेकिन, क्या आप जानते हैं कि मध्य प्रदेश में एक और महेंद्र धोनी है, जिसके डर से चार दर्जन गांवों की महिलाओं को खुद की सुरक्षा के लिए हथियार उठाना पड़ा है। जी हां! राज्य के रीवा जिले में महेंद्र पासी उर्फ धोनी नाम के डकैत का आतंक है। उसके सिर पर 45,000 रुपये का इनाम भी घोषित है। वह फिरौती के लिए अपहरण करता है।
जानकारी के मुताबिक, महेंद्र धोनी उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले का रहने वाला है। धोनी एक समय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तरह ही लंबे-लंबे बाल रखता था। रीवा राजधानी भोपाल से तकरीबन 500 किलोमीटर दूर है।
उत्तर प्रदेश पुलिस से जुड़े सूत्र बताते हैं कि कुछ वर्षों पूर्व तक वह डकैतों के गिरोह के लिए खाना बनाने का काम करता था। लेकिन, बाद में वह डकैतों का अलग गिरोह बना लिया था। वह पिछले दो-तीन वर्षों से अपने आठ-दस विश्वसनीय गुर्गों के साथ गिरोह चला रहा है। इतने कम दिनों में ही उसका इतना आतंक हो चुका है कि तकरीबन 50 गांवों के लोगों को खुद की सुरक्षा करने के लिए हथियार उठाना पड़ा है।
हाल में ही उसे रीवा के हरदोनी गांव के दो चचेरे किसान भाइयों को अगवा कर लिया था। दोनों को उत्तर प्रदेश के जगंलों में रखा गया था। धोनी के गिरोह ने पांच लाख रुपये की फिरौती मिलने के बाद ही उसे छोड़ा था।
धोनी के अलावा रीवा जिले में एक और डकैत का आतंक है। उसका नाम रजौवा यादव है। धोनी की तरह उसके सिर पर भी 45,000 रुपये का इनाम घोषित है। जिले की पन्ना घाटी के 50 गांवों में उसका खौफ है।
रजौवा गिरोह ने हाल में एक रिटायर्ड डिप्टी फॉरेस्ट रेंजर और एक डॉक्टर का अपहरण कर लिया था। इसके अलावा उस पर चित्रकूट जिले में दो हत्याएं करने का आरोप भी है। ग्रामीण बताते हैं कि फिरौती न मिलने पर डकैत पशुओं को लूट लेते हैं।
रीवा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अंशुमान यादव ने बताया कि डकैतों के आतंक को देखते हुए रीवा और सतना जिले में मध प्रदेश पुलिस के विशेष दस्ते को तैनात किया गया है। इसके अलावा अतिरिक्त पुलिस नाके में स्थापित किए गए हैं।