अमरावती- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अमरावती में आंध्र प्रदेश की नई राजधानी की आधारशिला रखी। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान की जाने वाली पूजा में हिस्सा लिया।
मंत्रोच्चार के बीच राजधानी की आधारशिला रखी गई। बता दें कि तेलंगाना के अलग राज्य बनने के बाद आंध्र प्रदेश ने हैदराबाद की जगह अमरावती को अपनी राजधानी बनाने का फैसला लिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिलान्यास के बाद जनता को संबोधित करते हुए कहा, मुझे उम्मीद है कि आंध्र प्रदेश आने वाले दिनों में आर्थिक क्रांति लाएगा. उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान तीन नए राज्यों का गठन किया गया था, लेकिन वहां किसी तरह का झगड़ा नहीं था. कोई खून-खराबा नहीं हुआ।
मोदी ने कहा कि आंध्र प्रदेश हो या तेलंगाना, हमारी आत्मा तेलगू है। दोनों ही राज्य विकास करेंगे. आंध्र इसलिए विभाजित हुआ क्योंकि कुछ लोगों ने चाल चली. इसके पहले आंध्र के सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू भी कार्यक्रम में मोजूद रहे.बताया जा रहा है कि राजधानी 10 साल में बनकर तैयार हो जाएगी और करीब सवा करोड़ लोग यहां रहेंगे।
प्रधानमंत्री तिरुपति हवाईअड्डे पर गरुड़ टर्मिनल, तिरुपति मोबाइल विनिर्माण केन्द्र का शिलान्यास करेंगे और तिरुमला मंदिर भी जाएंगे। इंडियन सेल्युलर एसोसिएशन (आईसीए) के अध्यक्ष पंकज महेंद्रू ने एक बयान में कहा, ‘प्रधानमंत्री को तिरुपति में समर्पित मोबाइल हैंडसेट विनिर्माण सुविधा की आधारशिला रखेंगे। यह आंध्र प्रदेश की ओर निवेश आकर्षित करने की क्षमता की दिशा में एक और मील का पत्थर साबित होगा।
इस 122 एकड़ के इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण हब में कई भारतीय मोबाइल वेंडर मसलन माइक्रोमैक्स, लावा, कॉर्बन तथा सेल्कॉन अपने कैंपस में लगाएंगे. सेल्कॉन को 20 एकड़, माइक्रोमैक्स को 15 एकड़, कॉर्बन को 15.28 एकड़, लावा को 20 एकड़ जगह इस हब में मिलेगी. बयान में कहा गया है कि चारों कंपनियां मिलकर यहां सालाना 7 करोड़ से अधिक हैंडसेट का उत्पादन करेंगी।